Dairy Animals: दुधारू पशु खरीदने से पहले जानें ये जरूरी बातें, नहीं तो होगा लाखों का नुकसान
दुधारू पशु खरीदना किसानों और डेयरी व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला होता है। यह न केवल उनके व्यवसाय की सफलता तय करता है, बल्कि उनके निवेश की सुरक्षा के लिए भी बेहद जरूरी है।
हालांकि, अगर सही जानकारी और सावधानी नहीं बरती जाए, तो यह निवेश घाटे में बदल सकता है। गलत पशु खरीदने से न केवल दूध उत्पादन कम हो सकता है, बल्कि लाखों रुपये का नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। इस लेख में हम आपको दुधारू पशु खरीदने से पहले ध्यान देने योग्य जरूरी बातों के बारे में बताएंगे।
दुधारू पशु खरीदने का महत्व
दुधारू पशु, जैसे गाय और भैंस, डेयरी व्यवसाय का आधार होते हैं। एक उच्च गुणवत्ता वाला दुधारू पशु न केवल अधिक दूध उत्पादन करता है, बल्कि उसे रखने का खर्च भी कम होता है।
लेकिन सही पशु का चयन करना आसान नहीं है। इसके लिए पशु की नस्ल, स्वास्थ्य, दूध उत्पादन क्षमता और रखरखाव की आवश्यकता को समझना जरूरी है।
दुधारू पशु खरीदने से पहले जानने योग्य बातें
दुधारू पशु खरीदते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
1. पशु की नस्ल का चयन करें
दुधारू पशु की नस्ल उसकी दूध उत्पादन क्षमता को प्रभावित करती है। हर नस्ल की अपनी खासियत होती है।
- गाय की नस्लें: गिर, साहीवाल, और रेड सिंधी जैसे भारतीय नस्ल की गायों को उच्च गुणवत्ता वाले दूध उत्पादन के लिए जाना जाता है।
- भैंस की नस्लें: मुर्रा और जाफराबादी जैसी भैंसें अधिक दूध देने के लिए प्रसिद्ध हैं।
नस्ल का चयन अपनी जलवायु और व्यवसायिक जरूरतों के आधार पर करें।
2. पशु का स्वास्थ्य जांचें
पशु का स्वास्थ्य उसकी उत्पादकता को सीधे प्रभावित करता है। खरीदने से पहले पशु के स्वास्थ्य की जांच कर लें।
- स्वस्थ शरीर: पशु का शरीर मजबूत और संतुलित होना चाहिए।
- आंखें और चमड़ी: पशु की आंखें चमकदार और चमड़ी स्वस्थ होनी चाहिए।
- टीकाकरण रिकॉर्ड: यह सुनिश्चित करें कि पशु को सभी जरूरी टीके लगाए गए हों।
3. दूध उत्पादन का रिकॉर्ड देखें
खरीदने से पहले पशु के दूध उत्पादन का रिकॉर्ड देखना जरूरी है।
- दूध की मात्रा और गुणवत्ता की जांच करें।
- यदि संभव हो, तो पशु को दूध देते हुए देखें, ताकि उसकी वास्तविक क्षमता का अंदाजा लगाया जा सके।
4. उम्र का ध्यान रखें
दुधारू पशु की उम्र उसकी उत्पादकता को प्रभावित करती है।
- गाय और भैंस की उत्पादक उम्र: 4 से 8 साल के बीच होती है।
- बहुत छोटे या बूढ़े पशु का चयन न करें, क्योंकि उनकी उत्पादकता कम हो सकती है।
5. खरीदने से पहले पशु का व्यवहार समझें
पशु का व्यवहार भी उसकी देखभाल और रखरखाव पर असर डालता है।
- शांत और सहयोगी स्वभाव वाले पशु को प्राथमिकता दें।
- यदि पशु आक्रामक है, तो उसे संभालना मुश्किल हो सकता है।
6. विशेषज्ञ की राय लें
दुधारू पशु खरीदने से पहले किसी पशु विशेषज्ञ या पशु चिकित्सक की राय जरूर लें।
- वे आपको सही नस्ल, स्वास्थ्य और अन्य तकनीकी जानकारी के बारे में सही मार्गदर्शन दे सकते हैं।
7. खरीदारी के स्रोत की जांच करें
दुधारू पशु खरीदते समय यह जानना जरूरी है कि आप पशु को कहां से खरीद रहे हैं।
- प्रमाणित और भरोसेमंद विक्रेताओं से ही खरीदें।
- पशु मेले, फार्म या डेयरी सेंटर से खरीदना बेहतर विकल्प हो सकता है।
8. पशु का बीमा करवाएं
दुधारू पशु को किसी भी संभावित बीमारी, दुर्घटना या मृत्यु से बचाने के लिए उसका बीमा करवाएं।
- बीमा आपकी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
दुधारू पशु खरीदने के बाद क्या करें?
खरीदारी के बाद पशु की देखभाल और रखरखाव बेहद जरूरी है।
- पोषण पर ध्यान दें:
संतुलित आहार और हरा चारा पशु की सेहत और दूध उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है। - स्वास्थ्य जांच कराएं:
पशु को नियमित रूप से पशु चिकित्सक से जांच करवाएं। - स्वच्छता बनाए रखें:
पशु के रहने की जगह साफ-सुथरी होनी चाहिए।
दुधारू पशु खरीदने में होने वाली आम गलतियां
- सस्ते पशु का लालच:
कम कीमत के चक्कर में कई लोग अस्वस्थ या कम उत्पादक पशु खरीद लेते हैं। - बिना जांच-पड़ताल खरीदारी:
बिना स्वास्थ्य और दूध उत्पादन की जांच किए पशु खरीदने से नुकसान हो सकता है। - अज्ञात विक्रेताओं से खरीदारी:
बिना प्रमाणित विक्रेता से पशु खरीदना जोखिम भरा हो सकता है।