चक्रवात मोंथा का छत्तीसगढ़ में असर, 27 जिलों में येलो अलर्ट, होगी भारी बारिश

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News India Live, Digital Desk : छत्तीसगढ़ में मौसम ने अचानक करवट ले ली है. पिछले कुछ दिनों से साफ़ आसमान और हल्की ठंड के बाद अब प्रदेश के ज़्यादातर हिस्सों पर चक्रवाती तूफान 'मोंथा' (Cyclone Montha) का साया मंडराने लगा है. बंगाल की खाड़ी में उठे इस तूफान के असर से राज्य के मौसम में बड़ा बदलाव आया है, जिसे देखते हुए रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के 27 जिलों के लिए 'येलो अलर्ट' जारी कर दिया है.

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने और कुछ जगहों पर बिजली गिरने की भी आशंका जताई है.

कहां होगा सबसे ज़्यादा असर?

मौसम विभाग के अनुसार, इस चक्रवाती सिस्टम का सबसे ज़्यादा प्रभाव दक्षिण छत्तीसगढ़, यानी बस्तर संभाग में देखने को मिलेगा. बस्तर और उससे लगे जिलों में कई स्थानों पर अच्छी बारिश हो सकती है. हालांकि, इसका असर सिर्फ बस्तर तक ही सीमित नहीं रहेगा. राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के मैदानी इलाकों और सरगुजा संभाग में भी बादल छाए रहेंगे और कई जगहों पर बारिश होने की संभावना है.

किसानों की बढ़ी चिंता

मौसम के इस बदले मिजाज ने प्रदेश के किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं. यह समय धान की कटाई का है और बहुत से किसानों की फसल कटकर खलिहानों और खेतों में ही रखी हुई है. ऐसे में अगर बेमौसम बारिश होती है, तो धान की फसल को भारी नुकसान पहुंच सकता है. पानी भरने से धान की गुणवत्ता ख़राब हो सकती है, जिससे किसानों की साल भर की मेहनत पर पानी फिरने का खतरा है.

तापमान में आएगी गिरावट, बढ़ेगी ठंड

इस बेमौसम बारिश का एक असर तापमान पर भी पड़ेगा. दिन में बादल छाए रहने और बारिश के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी. वहीं, रात के न्यूनतम तापमान में भी कमी आएगी, जिससे प्रदेश में ठंड का एहसास और बढ़ जाएगा.

मौसम विभाग की सलाह

'येलो अलर्ट' को देखते हुए मौसम विभाग ने लोगों, खासकर किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है. लोगों को बारिश और गरज-चमक के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने और पेड़ों के नीचे या बिजली के खंभों के पास खड़े होने से बचने के लिए कहा गया है. अगले दो दिन छत्तीसगढ़ के लोगों को मौसम के इस बदले हुए रूप का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा.

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