देशभर में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के नाम पर ठगी, साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़

देहरादून, 08 अप्रैल (हि.स.)। देशभर के विभिन्न राज्यों के लोगों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से लोन देने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी करने वाले नेशनल साइबर ठगों को उत्तराखंड एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों के कब्जे से मोबाइल, कई बैंकों के डेबिट कार्ड, नकदी, चेक बुक बरामद की गई हैं। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ कर पुलिस उनके पूरे गिरोह के बारे में जानकारी कर रही है। सभी उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के रहने वाले हैं।

दरअसल, साइबर ठगों ने फ्रॉड का नया तरीका ढूंढ निकाला है। प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना से लोन की चाह रखने वाले लोगों से साइबर ठग धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं। ज्यादातर दक्षिण भारत के राज्य तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र में लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। गृह मंत्रालय के 14C के विभिन्न वेब पोर्टलों की सूचना पर एसटीएफ ने बड़ी कार्यवाही की है। देश भर में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के नाम पर ठगी करने वाले साइबर ठगों के गिरोह को पकड़ा है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना से लोन दिलाने के नाम पर देश भर में कई राज्यों के लोगों के साथ ठगी की घटनाओं के दृष्टिगत एसटीएफ उत्तराखंड ने गृह मंत्रालय के 14C के विभिन्न वेब पोर्टलों का अवलोकन करने पर पाया कि मुद्रा लोन योजना के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबर देहरादून के प्रेमनगर में काफी समय से सक्रिय हैं। इससे स्पष्ट हो गया कि प्रेमनगर से साइबर ठगों का गिरोह भिन्न-भिन्न मोबाइल नंबर से देश भर में नागरिकों से साइबर ठगी कर रहा है। एसटीएफ ने गहनता से जांच करने के साथ विभिन्न मोबाइल नंबरों के डेटा का विश्लेषण किया तो कई संदिग्ध बैंक खाता प्रकाश में आए।

15 दिन तक चली जांच, तब लगे हाथ-

15 दिनों तक जांच पड़ताल के बाद एसटीएफ ने सोमवार को गिरोह के दो सदस्य राहुल चौधरी उर्फ राहुल कन्नौजिया (30) पुत्र जगत नारायण निवासी ग्राम करहेटा गोसरपुर जिला सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश व सिद्धांत चौहान उर्फ सिद्ध चौहान (22) पुत्र ओमकार निवासी ग्राम जलूलपुर खेडा, जिला बदांयू उत्तर प्रदेश को प्रेमनगर से गिरफ्तार किया। साथ ही उनके पास से 1,31,100 रुपये, 64 सिम कार्ड, 11 एटीएम कार्ड, 10 मोबाइल फोन, दो बैंक पासबुक, सात बैंकों की चेक बुक बरामद हुई। पूछताछ में पता चला कि गिरोह का सरगना दीपक राज शर्मा पुत्र रामलौट शर्मा निवासी ग्राम विशुनपुर छोटेपट्टी जिला सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश है, जिसकी तलाश की जा रही है।

ऐसे करते हैं ठगी, सुल्तानपुर का दीपक राज शर्मा चलाता है गैंग-

पूछताछ में गिरफ्तार राहुल ने बताया कि उसके पास कोई काम धंधा नहीं था। वह इंटर पास है। गिरोह का सरगना दीपक राज शर्मा उसके पड़ोसी गांव का रहने वाला है। वह चार-पांच वर्षाें से देहरादून में रह रहा है। उसने देहरादून लाकर यह काम बताया था। उसके कहने पर वह लोगों को कॉल करके खुद को प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के कार्यालय का सरकारी कर्मचारी बताता था और कहता था कि वह उन्हें मुद्रा लोन दिलाने में मदद कर सकता है, फिर अधिक सब्सिडी पाने के लिए प्रोसेसिंग शुल्क के रूप में स्वीकृत मुद्रा लोन के मुताबिक पांच से 10 प्रतिशत धनराशि जमा कराया जाता है। इसके लिए सभी खाते और मोबाइल नंबर फर्जी प्रयोग किए जाते हैं।

रुपये आते ही तत्काल एटीएम से निकाल लेते हैं ठग-

इस पूरे गैंग को दीपक राज शर्मा संचालित करता है। उसने दक्षिण भारत के राज्यों के लोगों से मुद्रा लोन योजना के नाम पर धोखाधड़ी करने के लिए चार से पांच लड़के आंध्र प्रदेश आदि राज्यों के रखे है। रुपये खाते में आते ही तत्काल एटीएम से निकाल लिए जाते हैं।

सिम कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक खाता, सब फर्जी-

ठगी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सिम कार्ड्स फर्जी आईडी पर लिए जाते हैं। प्रति सिम एक हजार रुपये में खरीदता है। तीन-चार महीने बाद उन खातों के एटीएम और मोबाइल सिम को तोड़कर फेंक देते हैं। गिरोह का मास्टर माइंड दीपक ठगी के रुपये से ही सुद्धोवाला में एक जमीन खरीदकर उस पर अपना हॉस्टल बना रहा है और ठाकुरपुर में नित्या रेडिमेड गार्मेंट के नाम से दुकान भी खोल रखी है।

हर सप्ताह पांच से छह लाख की ठगी-

हर सप्ताह करीब पांच से छह लाख की ठगी करते हैं। इस संबंध में साइबर थाना देहरादून पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है। घटना के अनावरण में पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा एवं गृह मंत्रालय के आई4सी के सीईओ डॉ. राजेश कुमार एवं उनकी टीम की मुख्य भूमिका रही है।