सीडब्लूसी कठिन परिस्थिति के बच्चों का कानूनी अभिभावक है: तनूश्री

खूंटी, 8 जुलाई (हि.स.)। डीआरडीए स्थित सभागार में सोमवार को जिला समाज कल्याण शाखा, जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा चाइल्ड इन नीड इंस्टीट्यूट (सीनी) के सहयोग से झारखंड आफ्टर केयर गाइडलाइन 2023 के तहत केयर लीवर्स नेटवर्क के गठन को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुमन सिंह ने की। बैठक में कल्याण पदाधिकारी ने बैठक के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए कहा कि केयर लीवर्स नेटवर्क एक दूसरे से जुड़े रहने का माध्यम होगा और केयर लीवर्स की समस्याएं सुनी जाएंगी और उन समस्याओं का निदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नेटवर्क गठन को लेकर यह प्रारंभिक बैठक है। केयर लीवर्स में अपनी मन की बात को जरूर बताएं, ताकि सरकार द्वारा उन्हें बेहतर जीवन देने का कार्य किया जा सके। उल्लेखनीय है कि झारखंड में खूंटी पहला ऐसा जिला है जहां केयर लीवर्स को एकत्रित कर नेटवर्क गठन करने को लेकर बैठक आयोजित की गई।

बैठक में जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी मो अल्ताफ खान ने केयर लीवर्स को लेकर सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों से अवगत कराते हुए कहा कि मिशन वात्सल्य के तहत भारत सरकार और झारखंड सरकार द्वारा दिशा निर्देश जारी किया गया है, जिसके तहत केयर लीवर्स का डाटाबेस तैयार किया जाना है। नेटवर्क का गठन सामाजिक सहयोग के लिए किया जाना है और ऐसे लोगों को आवश्यकता आधारित देखभाल देनी है। केयर लीवर्स के प्रशिक्षण हेतु सरकार को प्रस्ताव दिया जा रहा है। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष तनुश्री सरकार ने आफ्टर केयर पर चर्चा करते हुए कहा कि सीडब्लूसी कठिन परिस्थिति के बच्चों का कानूनी अभिभावक है। उनके संरक्षण और आदेश से बच्चा बाल देखरेख संस्थान में जाता है या वहां से अपने परिवार में भेजा जाता है। केयर लीवर्स नेटवर्क की अवधारणा, गठन की प्रक्रिया और कार्य पर सीनी की शिल्पा जायसवाल ने विस्तार से जानकारी दी। केयर लीवर्स द्वारा उनके अनुभव और अपेक्षाओं को साझा किया गया।

साथ ही उन्होंने पदाधिकारियों से कंप्यूटर शिक्षा, कौशल और खेल प्रशिक्षण आयोजित करने का आग्रह किया। खूंटी जिले की एक केयर लीवर जो उत्तराखण्ड में कार्यरत है, वे बैठक में ऑनलाइन जुड़ी और अपने अनुभवों और चुनौतियों को साझा करते हुए केयर लीवर्स को प्रेरित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अपने सपनों को मरने ना दें, लक्ष्य की प्राप्ति तक कड़ी से कड़ी मेहनत करें। आज वे अपनी मेहनत से देहरादून स्थित एक प्रतिष्ठित हॉस्पिटल में नर्स के रूप में कार्यरत है। बैठक के अंत में संरक्षण पदाधिकारी ( संस्थागत देखरेख) मो शमीमुदीन अंसारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। बैठक में सीडब्लूसी सदस्य मो शाहजहां, मरियम आईंद, अशोक नाग, संरक्षण पदाधिकारी (गैरसंस्थागत) शिवाजी प्रसाद, सीनी के कुमार सौरभ, अजीत कुमार, रानी टूटी, रामलाल मुंडा, आनंदिनी, आदि मौजूद थे।