खूंटी, 7 दिसंबर (हि.स.)। जिले के प्रसिद्ध बाबा आम्रेश्वर धाम स्थित शनिवदेव मंदिर में इन दिनों हर शनिवार को एकलौते पुत्र की माताओं की भारी भीड़ पूजा-अर्चना के लिए उमड़ रही है। इस शनिवार को भी एकलौते पुत्र की माताओं की भारी भीड़ पूजा-अर्चना के लिए उमड़ पड़ी। भीड़ का आलम यह था कि शनिदेव महाराज की पूजा-अर्चना और दान-दक्षिणा के लिए सुबह साढ़े चार बजे से शाम चार बजे तक महिलाओं की लंबी कतार लगी रही।
बाबा आम्रेश्वर धाम प्रबंध समिति के महासचिव मनोज कुमार कहते हैं कि हर शनिवार को महिलाओं की इतनी भीड़ उमड़ रही है कि मंदिर प्रबंध समिति को व्यवस्था बनाने में पसीने छूट रहे हैं। प्रबंध समिति के अधिकारी कहते हैं कि शनिदेव मंदिर में शनिवार को जितनी भीड़ उमड़ रही है, उतनी भीड़ तो बाबा भोलेनाथ के जलाभिषेक लिए सावन के महीने में भी नहीं उमड़ती। सुबह साढ़े चार बजे से शाम चार बजे तक 25 हजार से अधिक महिलाओं ने शनिदेव की पूजा-अर्चना की। एक किलोमीटर से भी अधिक लंबी कतार में हजारों महिलाएं हाथों में पूजा और दान की सामर्ग्री के अलावा नारियल लेकर घंटों इंतजार करती रही। पिछले कुछ महीनों से हर शनिवार को शनि मंदिर में उमड़ रही भारी भीड़ के संबंध में पूजा करने आई महिलाओं ने बताया उन्हें सुनने में आया कि जिस महिला का एक पुत्र है, यदि वह शनिवार को शनिदेव मंदिर में पूजा नहीं करेगी, तो उनकी संतान पर विपत्ति आ सकती है। हालांकि कोई महिला यह नहीं बता पाई कि इस तरह की बातों की जानकारी उन्हें कहां से मिली।
महिलाओं ने बताया कि समाज में इस तरह की चर्चा फैली और सभी समुदाय की एक पुत्र वाली माताएं शनिदेव की पूजा-अर्चना करने के लिए आने लगी। एक महिला ने तो यहा तक दावा किया दूसरे धर्म को मानने वाली महिलाएं भी पूजा-अर्चना के लिए शनिदेव मंदिर पहुंच रही हैं। मंदिर प्रबंध समिति कार्यालय प्रभारी सत्यजीत कुंडू ने बताया कि हर शनिवार को सभी महिला भक्त शांतिपूर्वक श्री शनिदेव महाराज को तेल, नारियल, काला कपड़ा, तिल काला उड़द आदि अर्पित कर अपने पुत्र की ऱक्षा और उनकी सुख-समृद्धि की कामना कर रही हैं।
मंदिर के पुजारी विकास पांडेय ने बताया कि कुछ महीनों में पूजा करनेवाली महिलाओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। मंदिर की व्यवथा प्रबंध समिति के महामंत्री मनोज कुमार संभाल रहे है। रनिया से शनिदेव मंदिर में पूजा करने आई कौशल्या देवी ने कहा कि उन्होंने गांव में सुना था कि जिसका सिर्फ एक पुत्र है, उसे शनिदेव की पूजा करनी चाहिए, अन्यथा पुत्र पर विपत्ति आ सकती है। बानो प्रखंड की रहने वाली जसमती देवी सहित कई अन्य महिलाओं ने भी यही बात बताई, लेकिन कोई भी महिला यह नहीं बता पाई कि इस तरह की जानकारी उन्हें कहां से मिली।