2017 में लंबे समय बाद जब बीजेपी उत्तर प्रदेश की सत्ता में आई, तभी से पार्टी नेतृत्व ने योगी आदित्यनाथ को यूपी की जिम्मेदारी सौंपकर उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया. सीएम योगी ने अपने पहले कार्यकाल से ही जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हुए अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था. इसी क्रम में एक ओर जहां बड़े पैमाने पर बुलडोजर चलाया गया है और अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों पर जब्ती की कार्रवाई की गयी है, वहीं दूसरी ओर पुलिस कर्मियों ने अपराधियों को पकड़कर मुठभेड़ में मार गिराया है.
योगी राज का बड़ा एनकाउंटर
– 10 जुलाई 2020 को विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया. पुलिस विकास को उज्जैन से कानपुर ला रही थी. पुलिस के मुताबिक, इसी बीच कार पलट गई और विकास भागने की कोशिश कर रहा था. तभी यूपी पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया.
– 25 जुलाई 2020 को यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में गैंगस्टर टिंकू कपाला मारा गया. टिंकू पर एक लाख रुपये का इनाम रखा गया था.
– 21 फरवरी 2021 को कासगंज हत्याकांड का मुख्य आरोपी मोती सिंह एनकाउंटर में मारा गया. मोती सिंह पर सिद्धपुरा थाने के एक सिपाही की हत्या का आरोप था. इससे पहले उन पर कासगंज के एक सब-इंस्पेक्टर से मारपीट का आरोप लगा था.
– 18 अक्टूबर 2021 को लखनऊ के गोमती नगर इलाके में पुलिस के साथ मुठभेड़ में बांग्लादेशी गैंगस्टर हमजा मारा गया.
– मनीष सिंह उर्फ सोनू पर 32 मुकदमे दर्ज थे। जिसमें हत्या का मामला भी शामिल है. मनीष पर 2 लाख रुपये का इनाम रखा गया था. वाराणसी में यूपी पुलिस एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मनीष मारा गया.
– 30 सितंबर 2022 को गैंगस्टर विनोद कुमार सिंह से पुलिस की मुठभेड़ हुई थी. विनोद की हत्या कर दी गई. बदलापुर थाना क्षेत्र में जौनपुर पुलिस और विनोद के बीच गोलीबारी हुई. विनोद पर एक लाख रुपये का इनाम भी था.
– उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम को डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व वाली यूपी एसटीएफ टीम के साथ मुठभेड़ में झांसी में मार गिराया गया। इसके बाद 13 अप्रैल 2023 को उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी असद अहमद को मुठभेड़ में मार गिराया गया. मुठभेड़ में असद के साथ उसका साथी शूटर मोहम्मद गुलाम भी मारा गया.
-उत्तर प्रदेश में अब बहराइच में हुई हिंसा के मामले में आरोपियों से मुलाकात की गई है. नेपाल बॉर्डर के पास आरोपियों और पुलिस के बीच झड़प हुई. आरोपी सरफराज को गोली मारने की बात सामने आई है. आरोपी सरफराज और तालिब के गोली लगने से घायल होने की बात सामने आई है। रामगोपाल को गोली मारने वाला मुख्य आरोपी सरफराज भी मुठभेड़ में घायल हो गया है. ये दोनों आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे.