क्या आपके पास भी फोन आया है, “क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ा लीजिए?” अगर हां, तो सावधान हो जाइए। क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के बहाने धोखाधड़ी करने वाले गिरोह लोगों को झांसे में लेकर ठगी कर रहे हैं। फर्जी वेबसाइट और नकली ऐप्स के जरिए यह जालसाज आपकी क्रेडिट कार्ड डिटेल्स चोरी कर लेते हैं और आपके कार्ड से लाखों की शॉपिंग कर डालते हैं।
कैसे होता है यह फ्रॉड?
- झांसे भरा कॉल:
जालसाज बैंक अधिकारी बनकर फोन करते हैं और कहते हैं कि “आपकी क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाई जा सकती है।” - फिशिंग वेबसाइट:
ठग आपको एक लिंक भेजते हैं, जो बैंक की असली वेबसाइट जैसी दिखती है। - जानकारी चोरी:
उस नकली साइट पर क्लिक करने के बाद आपसे क्रेडिट कार्ड नंबर, ईमेल, पैन कार्ड, आधार नंबर, कार्ड वैलिडिटी और CVV जैसी संवेदनशील जानकारी मांगी जाती है। - ठगी:
जानकारी मिलते ही ठग आपके कार्ड से महंगे मोबाइल फोन, सोने-चांदी के सिक्के और अन्य सामान खरीद लेते हैं।
नोएडा पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
हाल ही में नोएडा पुलिस ने ऐसे ही एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है।
- पुलिस ने इस गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।
- गिरोह का मास्टरमाइंड अभी फरार है, जिसने नकली बैंकिंग वेबसाइट और फर्जी ऐप तैयार किया था।
कैसे देते थे लोगों को झांसा?
- विश्वसनीयता बढ़ाने का तरीका:
जालसाजों के पास पहले से ही क्रेडिट कार्ड धारकों की कुछ जानकारी होती थी, जिससे लोग उनके झांसे में आ जाते थे। - नकली साइट का इस्तेमाल:
जालसाज बैंकिंग पोर्टल जैसी दिखने वाली वेबसाइट बनाते थे और पीड़ितों को इस पर क्लिक करने के लिए कहते थे। - डेटा चोरी:
साइट या ऐप डाउनलोड करते ही संवेदनशील जानकारी चोरी कर ली जाती थी।
पुलिस की अपील: सतर्क रहें!
नोएडा पुलिस ने सभी क्रेडिट कार्ड धारकों को इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी है:
- अज्ञात कॉल्स को इग्नोर करें।
- किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले सोच-समझकर कदम उठाएं।
- बैंक से जुड़ी किसी भी जानकारी को आधिकारिक चैनल्स से वैरिफाई करें।
- नकली वेबसाइट्स और ऐप्स को डाउनलोड करने से बचें।
- किसी को भी CVV, OTP या पिन जैसी जानकारी न दें।