कोलकाता, 14 मई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को एक साथ भाजपा, माकपा और कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा हाल ही में 25 हजार 753 शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्तियों को रद्द करना माकपा, कांग्रेस और भाजपा द्वारा रची गई संयुक्त साजिश का नतीजा है।
मुख्यमंत्री ने पार्टी उम्मीदवार विश्वजीत दास के समर्थन में बनगांव लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत कल्याणी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जब भी हम नौकरियों की व्यवस्था की कोशिश करते हैं, वे अदालत का दरवाजा खटखटाते हैं और नियुक्ति प्रक्रिया को रोक देते हैं। हमने आदमखोर बाघों के बारे में सुना है, लेकिन ये लोग नौकरी खाने वाले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाने के बाद कांग्रेस, माकपा और भाजपा के वकील निराश हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 2016 में पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) द्वारा शिक्षण और गैर-शिक्षण पदों पर की गई 25 हजार 753 नियुक्तियों को रद्द कर दिया था। मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही है। बाद में, सुप्रीम कोर्ट ने कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्तियों को रद्द करने के आदेश पर रोक लगा दी।
मंगलवार को मुख्यमंत्री ने राज्य में एक चुनावी रैली में पश्चिम बंगाल के लिए हाल ही में पांच गारंटी की घोषणा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला भी बोला। बनर्जी ने कहा कि जब भी कोई गारंटी देता है, तो उसे उसका सम्मान करना चाहिए। दस साल पहले पीएम माेेेदी ने हर नागरिक के खाते में 15 लाख रुपये ट्रांसफर करने की गारंटी दी थी, लेकिन पैसा कभी नहीं आया। पांच साल पहले उन्होंने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था, लेकिन नौकरियाें के सृजन की बजाय सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों का निजीकरण किया जा रहा है। इसलिए, ऐसी गारंटी का कोई मतलब नहीं है।
मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव में हार के डर से भाजपा और केंद्र सरकार ईवीएम से छेड़छाड़ कर मतदान प्रक्रिया में हेरफेर की कोशिश कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सोमवार को कृष्णानगर में एक प्रयास किया गया था, जिसे तृणमूल के विरोध प्रदर्शन के बाद नाकाम कर दिया गया। उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की कि इस बार भाजपा 195-200 सीटें जीतेगी। ममता ने दावा किया, भाजपा विरोधी ताकतें मिलकर 295-315 सीटें हासिल करेंगी।