नई दिल्ली, 12 जुलाई (हि.स.)। देश का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईपीपी) सालाना आधार पर मई में 5.9 फीसदी बढ़ा है। इससे पिछले साल की समान अवधि में यह 5.7 फीसदी की दर से बढ़ा था। खनन और बिजली क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन के कारण इसमें बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में बताया कि देश का औद्योगिक उत्पादन खनन और बिजली क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन के कारण बढ़ा है। मई महीने में यह 5.9 फीसदी की दर से बढ़ा है। इससे पिछले महीने अप्रैल में यह पांच फीसदी की दर से बढ़ा था।
एनएसओ के आंकड़ों के मुताबिक मई में खनन उत्पादन 6.6 फीसदी और बिजली उत्पादन 13.7 फीसदी बढ़ा है। हालांकि, मई में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 4.6 फीसदी रह गई, जो पिछले साल इसी माह में 6.3 फीसदी थी। आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल-मई के दौरान औद्योगिक उत्पादन में वृद्धि 5.4 फीसदी रही है, जो एक साल पहले इसी अवधि में 5.1 फीसदी थी।
उल्लेखनीय है कि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक का पिछला उच्चतम स्तर अक्टूबर 2023 में 11.9 फीसदी दर्ज हुआ था। देश में औद्योगिक उत्पादन की गतिविधियों को आईआईपी के जरिए आंका जाता है।