बिहार में व्याप्त भ्रष्टाचार: 15 दिनों में आठ पुल ध्वस्त

नई दिल्ली: बिहार के सीवान जिले में आज एक पुल ढह गया. इसके साथ ही पिछले 15 दिनों में राज्य में आठ पुल ढह गये हैं. सौभाग्य से आज की घटना में कोई जनहानि नहीं हुई. जो पुल आज ढह गया है, वह गंडक नदी पर बनाया गया था. इस पुल के टूटने के बाद स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. 

शुरुआती जांच के मुताबिक इस पुल का निर्माण 2004 में हुआ था. इस नये पुल का निर्माण ब्रिटिश काल के पुराने पुल के बगल में किया गया है। पुल का निर्माण स्थानीय विधायक की निधि से कराया गया था. 

पिछले 15 दिनों में आठ पुल टूटने से कई गांवों का आपस में संपर्क टूट गया है. जिससे लोगों का सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा है और उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 

आज जो छोटा पुल टूटा वह सीवान जिले के देवरिया ब्लैक में स्थित था. जो कई गांवों को महराजगंज से जोड़ता था। पिछले 11 दिनों में सीवान जिले में एक और पुल ढह गया है. 

उप विकास आयुक्त मुकेश कुमार के मुताबिक पुल टूटने के कारणों की जांच की जा रही है. घटना की जानकारी होते ही ब्लॉक के वरीय अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंच गये.

कुमार ने आगे कहा कि शुरुआती जांच के मुताबिक, पुल गिरने की घटना सुबह पांच बजे हुई. पिछले 15 दिनों में राज्य में आठ पुल टूटने से बिहार के बुनियादी ढांचे पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. 

हाल ही में मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज में पुल टूटने की घटनाएं हुई हैं. इन पुलों के ढहने के कारणों का पता लगाने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। पिछले 15 दिनों में आठ पुलों के टूटने को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव ने राज्य की डबल इंजन सरकार की आलोचना की है. उधर, एलजेपी नेता और लोकसभा सांसद चिराग पासवान ने नीतीश कुमार सरकार से जांच करने को कहा है कि क्या बिहार पुल ठेके में भ्रष्टाचार हुआ है. 

पिछले 15 दिनों में आठ पुलों के ध्वस्त होने पर राज्य सरकार जागी है. राज्य सरकार ने संबंधित विभागों से जानकारी और रिपोर्ट मांगी है.