नई दिल्ली, 6 मई (हि.स.)। उत्तराखंड विधानसभा की अध्यक्ष और कोटद्वार से विधायक रितु खंडूरी भूषण ने सोमवार को कहा कि पहाड़ों में पर्यावरण संरक्षण और विकास कार्यों में समन्वय बेहद जरूरी है। सिर्फ पर्यावरण संरक्षण के नाम पर विकास कार्यों और लोगों की आवश्यकताओं को अनदेखी नहीं की जा सकती।
रितु खंडूरी ने सोमवार को इंडियन वुमेन प्रेस कोर्प की महिला पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उत्तराखंड में लोगों का पलायन रोकने के लिए आवश्यक है कि वहां सड़के बनें, पानी की व्यवस्था हो और बिजली की भी व्यवस्था होनी चाहिए। गांव में बुनियादी सुविधाओं को लाना बेहद जरूरी है। उत्तराखंड के हर गांव में सड़कें बेहद जरूरी हैं। इसके साथ जंगलों को भी बचाना जरूरी है। इसके लिए तकनीकी का बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है।
रितु खंडूरी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए उत्तराखंड के लोगों के साथ साथ देश के सभी लोगों को भी जागरुक करने की आवश्यकता है। लोग पहाड़ों में टूरिज्म के लिए आते हैं लेकिन उसे गंदा कर जाते हैं, इसलिए यह जरूरी है कि लोग पर्यावरण के संरक्षण के लिए नदी, पहाड़ को स्वच्छ रखें।
देहरादून से 50 किलोमीटर दूर छात्रा अंकिता भंडारी की हत्या के प्रश्न पर रितु खंडूरी ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही। उन्होंने कहा कि यह मामला कोर्ट में है, इसलिए इस पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है लेकिन अंकिता को इंसाफ जरूर मिलेगा।
उन्होंने समान नागरिकता कानून (यूसीसी) पर कहा कि उत्तराखंड साम्प्रदायिक नहीं है। हम शांत लोग हैं। सभी धर्म के लोग यहां शांतिपूर्वक रहते हैं। यूसीसी लागू होने के बाद एक घटना हुई लेकिन राज्य सरकार ने स्थिति को नियंत्रण में रखा। यूसीसी से महिलाओं को लाभ मिला है। अब महिलाओं को संपत्ति में उनका अधिकार मिल रहा है। महिलाओं को उनके हिस्से का अधिकार देना कहां से गलत है।