पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर उठे विवाद में भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों का करारा जवाब दिया है। भाजपा ने राहुल गांधी के आरोपों को झूठा और भ्रामक करार देते हुए कहा कि कांग्रेस ने इस मुद्दे पर ओछी राजनीति का प्रदर्शन किया है।
भाजपा का बयान: “राहुल गांधी के आरोप बेबुनियाद”
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा:
“राहुल गांधी की वजह से भारतीय राजनीति का स्तर गिरा है। कांग्रेस पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर भी राजनीति करना बंद नहीं किया।”
पात्रा ने यह भी कहा कि मनमोहन सिंह के कद और गरिमा के अनुरूप स्मारक बनाने का निर्णय पहले ही लिया जा चुका है, और इसकी जानकारी कांग्रेस और उनके परिवार को दी गई थी।
“स्मारक बनाने की प्रक्रिया का पालन जरूरी”
संबित पात्रा ने स्पष्ट किया कि स्मारक बनाने की प्रक्रिया के लिए समय लगता है, लेकिन अंतिम संस्कार के लिए इंतजार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा:
“यह कहना कि निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार करवाकर उनका अपमान किया गया है, पूरी तरह से गलत है। भाजपा ऐसी ओछी राजनीति में विश्वास नहीं करती।”
“मनमोहन सिंह का सबसे बड़ा अपमान कांग्रेस ने किया”
भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के साथ सबसे बड़ा अपमान उनकी प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए कांग्रेस ने ही किया था। उन्होंने राहुल गांधी की उस घटना का जिक्र किया जब उन्होंने कैबिनेट द्वारा पारित एक बिल को सार्वजनिक रूप से फाड़ दिया था।
“यह कांग्रेस के अहंकार का प्रदर्शन था, जिसने दुनिया को दिखाया कि राहुल गांधी खुद को सबसे ऊपर मानते हैं।”
राहुल गांधी का आरोप
इससे पहले, राहुल गांधी ने भाजपा पर मनमोहन सिंह का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा था:
“डॉ. मनमोहन सिंह, जो सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री थे और जिनके कार्यकाल में देश आर्थिक महाशक्ति बना, का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करवाकर उनकी गरिमा का उल्लंघन किया गया। सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार अधिकृत समाधि स्थलों पर किया गया है।”
“भाजपा राजनीति में पार्टी भेदभाव नहीं करती”
भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री रहे हैं और भाजपा उनकी गरिमा का सम्मान करती है। पात्रा ने कहा:
“हम इस बात में विश्वास नहीं रखते कि वह किस पार्टी से थे। भाजपा इस तरह की राजनीति नहीं करती।”
निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार का कारण
भाजपा ने स्पष्ट किया कि निगमबोध घाट पर अंतिम संस्कार करना किसी भी तरह का अपमान नहीं है। यह निर्णय अंतिम संस्कार में देरी न हो, इसलिए लिया गया था।