अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में होली समारोह की अनुमति को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। अलीगढ़ के बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने शुक्रवार को कड़ा बयान देते हुए कहा कि AMU परिसर में धूमधाम से होली मनाई जाएगी, कोई विरोध करेगा तो उसे ऊपर भेज देंगे।
सांसद गौतम ने यह भी कहा कि हिंदू छात्रों को किसी अनुमति की जरूरत नहीं है और वे बिना किसी रोक-टोक के होली मनाएंगे।
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BJP सांसद सतीश गौतम का बयान
“AMU क्या पाकिस्तान के अंदर है? जब ईद मनती है तो होली भी मनेगी।”
“अगर कोई होली के खिलाफ विरोध करेगा या मारपीट करेगा, तो उसे ऊपर पहुंचा देंगे।”
“कोई भी छात्र होली मना सकता है, इसके लिए कुलपति (VC) या रजिस्ट्रार की अनुमति की जरूरत नहीं।”
सांसद ने हिंदू छात्रों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि अगर किसी को कोई परेशानी होती है, तो वे खुद उनके लिए खड़े हैं।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
25 फरवरी को हिंदू छात्रों ने AMU प्रशासन को पत्र लिखकर 9 मार्च को एनआरएससी क्लब में होली मिलन समारोह आयोजित करने की अनुमति मांगी थी।
कुलपति ने इस पर प्रोफेसरों की बैठक बुलाई, लेकिन बाद में जब छात्रों ने दोबारा पूछा, तो उन्हें बताया गया कि अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस फैसले के बाद AMU परिसर में होली को लेकर विवाद शुरू हो गया।
करणी सेना ने भी किया प्रदर्शन
होली मिलन समारोह की अनुमति न मिलने पर अखिल भारतीय करणी सेना ने भी विरोध जताया।
गुरुवार को करणी सेना के पदाधिकारियों ने पैदल मार्च निकाला और कलेक्ट्रेट पहुंचकर AMU प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट को सौंपा गया।
करणी सेना ने घोषणा की कि 10 मार्च को रंगभरी एकादशी पर AMU में हिंदू छात्रों के साथ होली खेली जाएगी, चाहे अनुमति मिले या न मिले।
करणी सेना के नेता ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने कहा,
“जब AMU में रोज़ा इफ्तार और ईद मिलन हो सकता है, तो होली मिलन क्यों नहीं?”
प्रशासन और AMU का क्या कहना है?
ADM सिटी अमित कुमार भट्ट ने कहा कि AMU प्रशासन को ही किसी आयोजन की अनुमति देने का अधिकार है और इस पर चर्चा की जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
AMU प्रशासन ने स्पष्ट किया कि छात्रों के बीच वर्षों से हॉल के अंदर होली खेली जाती रही है और इसके लिए किसी अनुमति की जरूरत नहीं होती।
अब आगे क्या होगा?
10 मार्च को रंगभरी एकादशी पर करणी सेना और अन्य हिंदू संगठनों ने AMU में होली खेलने की घोषणा की है।
प्रशासन के रुख और AMU के फैसले पर नजर रहेगी कि क्या इस विवाद का कोई समाधान निकलता है या टकराव की स्थिति बनती है।