Constipation Relief : सुबह फ्रेश होने में होती है दिक्कत? रात को करें ये एक काम, सुबह पेट होगा एकदम हल्का
News India Live, Digital Desk : Constipation Relief : सच कहिये, क्या आपकी भी सुबह की शुरुआत 'स्ट्रगल' (Struggle) के साथ होती है? घंटों टॉयलेट में बैठने के बाद भी अगर पेट साफ़ न हो, तो पूरा दिन चिड़चिड़ापन और भारीपन में बीतता है। मूड तो ख़राब होता ही है, साथ ही चेहरे पर पिम्पल्स और गैस की समस्या भी मुफ्त में मिल जाती है।
हम अक्सर कब्ज को हलके में लेते हैं और मेडिकल स्टोर से चूर्ण या गोली खाकर काम चला लेते हैं। लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि अगर आप अपनी आदतों में सिर्फ़ 4 छोटे बदलाव कर लें, तो आपको किसी दवा की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। ये उपाय बिल्कुल नेचुरल हैं और इनका असर जादुई होता है।
आइये जानते हैं वो कौन से तरीके हैं जो आपको रोज़ सुबह 'हल्का' महसूस करवा सकते हैं।
1. अपनी 'आंतों' को गीला रखें (Hydration is Key)
डॉक्टर्स का सबसे पहला सुझाव यही होता है—पानी पियो। लेकिन सिर्फ़ पानी पीना काफी नहीं है, 'सही समय' पर पानी पीना ज़रूरी है। हमारी आंतें (Intestines) अगर सूख जाएं, तो मल सख्त हो जाता है और आगे नहीं खिसकता।
- उपाय: सुबह उठते ही बासी मुंह 2 गिलास गुनगुना पानी पिएं। यह आपकी आंतों में 'फ्लश' का काम करता है और प्रेशर बनाता है।
2. खाने में शामिल करें 'झाड़ू' (High Fiber Diet)
हमारे पेट को साफ़ करने के लिए एक 'झाड़ू' की ज़रूरत होती है, और वह झाड़ू है—फाइबर (Fiber)। आजकल हम मैदा और जंक फूड ज्यादा खाते हैं जो आंतों में जाकर चिपक जाता है।
- उपाय: अपने खाने में पपीता, नाशपाती, या अमरूद जैसे फल ज़रूर शामिल करें। सलाद को खाने का ज़रूरी हिस्सा बनाएं। इसबगोल की भूसी (Isabgol) भी फाइबर का एक बेहतरीन नेचुरल स्रोत है जो जिद्दी कब्ज को तोड़ने में मदद करती है।
3. देसी घी और दूध का पुराना नुस्खा
यह हमारे दादा-परदादा के ज़माने का नुस्खा है, लेकिन डॉक्टर्स भी इसे मानते हैं। अच्छी वसा (Healthy Fats) पेट को लुब्रिकेट (Lubricate) करती है, जिससे सब कुछ आसानी से बाहर निकल जाता है।
- उपाय: रात को सोने से पहले एक कप गर्म दूध में एक चम्मच देसी घी मिलाकर पिएं। यह आंतों की सूखापन दूर करता है और अगली सुबह आपको ज़ोर लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ती।
4. आलस छोड़ें, आंतें चलेंगी
आजकल हमारी लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है कि हम एक जगह बैठकर काम करते हैं। जब शरीर नहीं हिलता, तो आंतें भी सुस्त पड़ जाती हैं।
- उपाय: दिन भर में कम से कम 20-30 मिनट पैदल चलें। वज्रासन (Vajrasana) में बैठना भी पाचन के लिए अमृत समान माना गया है।
डॉक्टर की ज़रूरी राय
अगर इन सब उपायों के बाद भी राहत न मिले, या मल में खून आए, तो इसे इग्नोर न करें और डॉक्टर से सलाह लें। लेकिन ज़्यादातर मामलों में, अगर आप रात को हल्का खाएंगे और पानी सही मात्रा में पिएंगे, तो आपका पेट आपको कभी परेशान नहीं करेगा।
सेहतमंद पेट ही खुशहाल जीवन की चाबी है, इसलिए इसे इग्नोर न करें!
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