सिकंदराबाद-पुणे एक्सप्रेस ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने की एक खतरनाक साजिश का समय रहते खुलासा हो गया। ट्रेन के लोको पायलट की सतर्कता से रविवार रात उरुली कंचन के पास रेलवे ट्रैक पर रखे गए 4 किलोग्राम के गैस सिलेंडर के कारण संभावित हादसे को टाल दिया गया। घटना रात करीब 10:45 बजे की है, जब ट्रेन ट्रैक बदल रही थी।
लोको पायलट की सतर्कता से टला हादसा
लोको पायलट आर. टी. वाणी और ट्रेन मैनेजर केतन रत्नानी ने रेलवे ट्रैक पर एक गैस सिलेंडर को देखा। उन्होंने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को सिलेंडर से टकराने से बचा लिया।
- तुरंत कार्रवाई:
घटना की जानकारी स्टेशन मास्टर को दी गई, जिसके बाद रेलवे सुरक्षा बल (RPF), सरकारी रेलवे पुलिस (GRP), और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचीं।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
उरुली कंचन पुलिस ने घटना के संबंध में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
- आरोप:
रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाने और ट्रेन यात्रा को असुरक्षित बनाने के इरादे से शरारत। - पुलिस का बयान:
उरुली कंचन पुलिस निरीक्षक शंकर पाटिल ने कहा:“हमारा मानना है कि सिलेंडर को जानबूझकर ट्रेन के गुजरने से ठीक पहले रखा गया था। सिलेंडर पूरी तरह से गैस से भरा हुआ था।”
जांच और पूछताछ जारी
- स्रोत की तलाश:
पुलिस सिलेंडर के स्रोत का पता लगाने की कोशिश कर रही है। - स्थानीय निवासियों से पूछताछ:
घटना के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है। - शिकायतकर्ता:
RPF के कर्मचारी शरद वाल्के (38) ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
मामले की गंभीरता
यह घटना रेलवे और यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरे की ओर इशारा करती है। पुलिस का मानना है कि सिलेंडर रखने वाले का उद्देश्य ट्रेन और उसमें यात्रा कर रहे यात्रियों को नुकसान पहुंचाना था।