शिमला, 11 मई (हि.स.)। शिमला लोकसभा सीट डेढ़ दशक से भाजपा के कब्जे में है। कांग्रेस को आखिरी बार इस सीट पर वर्ष 2004 में जीत मिली थी। तब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व वर्तमान में सुक्खू सरकार में कैबिनेट मंत्री धनीराम शांडिल सांसद चुने गए थे। इसके बाद कांग्रेस को लगातार तीन बार हार मिली है। यह कांग्रेस की परम्परागत सीट रही है। कांग्रेस के दिवंगत नेता केडी सुल्तानपुरी के नाम इस सीट पर लगातार छह चुनाव जीतने का रिकार्ड है। इस बार कांग्रेस ने उनके बेटे विनोद सुल्तानपूरी को प्रत्याशी बनाया है। उनका मुकाबला भाजपा के सुरेश कश्यप से होगा।
शिमला संसदीय सीट पर कांग्रेस को जीत दिलाने के लिए कैबिनेट मंत्री व संसदीय चुनाव प्रभारी रोहित ठाकुर और शिमला शहरी विधायक हरीश जनारथा ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा है। शिमला स्थित पार्टी मुख्यालय में शनिवार को एक बैठक के दौरान चुनाव प्रभारी रोहित ठाकुर और शहरी विधायक हरीश जनारथा ने कार्यकर्ताओं को चुनाव प्रचार में तेजी लाने और नई रणनीति के साथ काम करने के सलाह दी है। दोनों नेताओं ने कार्यकर्ताओं से फीडबैक भी लिया और चुनाव प्रचार को और अधिक प्रभावी ढंग से करने की रणनीति बनाई।
रोहित ठाकुर ने कहा कि 15 सालों से शिमला संसदीय सीट पर भाजपा का कब्जा है लेकिन यह सांसद 15 साल में जनता के बीच दिखाई नहीं दिए अब जनता इन्हें आईना दिखाकर सत्ता से बेदखल करेगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में बेहतर ढंग से कार्य कर रही है। मात्र 15 माह के अल्पकाल में ही सीएम सुक्खू ने प्रदेश को प्रगति के शिखर पर ले गए हैं। उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खू ने विधानसभा के दौरान जनता से किए गए वायदों को गारंटियों के रूप में पूरा किया है।
उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खू ने प्रदेश के 4000 से ज्यादा बेसहारा बच्चों को आश्रय देकर सुखाश्रय योजना लाई तो वहीं महिलाओं को 1500 रुपए सम्मान निधि के रूप में मान बढ़ाया। इसके अलावा प्रदेश को सबसे बड़ी भयंकर प्राकृतिक आपदा से उबारकर 4500 करोड़ रूपए का राहत पैकेज बनाया। जिसका लाभ प्रभावितों को मिल रहा है।
रोहित ठाकुर ने कहा कि 15 माह के भीतर सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में भी प्रदेश की जनता कांग्रेस को अपना आशीर्वाद भारी बहुमत के साथ देगी।
बैठक के दौरान शिमला शहरी विधायक हरीश जनारथा ने भी पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को नए जोश और उमंग के साथ चुनाव प्रचार करने को कहा है। उन्होंने कि 2022 में विधानसभा चुनाव के दौरान शहरवासियों ने उन्हें भारी बहुमत से जीत का तोहफा है। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर एक बार फिर वे जनता के बीच जा रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि इस बार लोकसभा चुनाव में शिमला शहर की जनता कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुलतानपुरी को भारी मतों से जीत का तोहफा देंगे।