Congress Leader : ऑपरेशन सिंदूर विवाद के बीच मनीष तिवारी ने कविता के जरिए दिया भारतीयता का नया संदेश

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News India Live, Digital Desk: कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर अपने अनोखे अंदाज में राजनीतिक बयान दिया है। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' और भारतीय राष्ट्रीयता पर चल रही बहस के बीच आठ काव्यात्मक पंक्तियों वाली एक पोस्ट X पूर्व में ट्विटर पर साझा की है। यह पोस्ट तब आई है जब कुछ हलकों में अंतर धार्मिक विवाहों पर नियंत्रण या राज्य के हस्तक्षेप जैसे विषयों को 'ऑपरेशन सिंदूर' के रूप में संदर्भित किया जा रहा है।

अपने इस संदेश में, मनीष तिवारी ने यह स्पष्ट करने का प्रयास किया है कि भारतीयता का अर्थ केवल रंग, भाषा या मजहब से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह उससे कहीं ज़्यादा गहरा है। उनकी कविता बताती है कि भारत में जन्मा प्रत्येक व्यक्ति भारतीय है। यह पहचान किसी व्यक्ति के विश्वासों या पंथ पर आधारित नहीं है। उनकी पोस्ट के अनुसार, 'राष्ट्र का एक व्यक्ति' 'न हिन्दू है न मुसलमान, न रंग न भाषा न मजहब।' यह व्यक्ति भारतीयता के गौरवपूर्ण इतिहास और संविधान के मूल सिद्धांतों के साथ जुड़ा हुआ है।

उन्होंने आगे यह भी कहा कि 'विचार का भेद केवल व्यक्ति के मन का है,' और भारत को 'न कोई रंग, न कोई भाषा, न कोई जाति और न कोई मजहब' कहा जा सकता है। इस प्रकार, उन्होंने भारतीय नागरिक की पहचान को धार्मिक, भाषाई या जातिगत पहचान से परे ले जाकर एक व्यापक और समावेशी दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है। उनका यह बयान मौजूदा राजनीतिक विमर्श के बीच राष्ट्रीय पहचान, विविधता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता से जुड़े गंभीर सवालों को उठाने का एक प्रयास माना जा रहा है। यह भारतीय लोकतंत्र के मूल में निहित धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की ओर इशारा करता है, जहाँ सभी नागरिक बिना किसी भेदभाव के समान अधिकारों और सम्मान के साथ रहते हैं

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