कांग्रेस ने देश के पांच दशक बर्बाद किये : प्रधानमंत्री मोदी

मुंबई, 17 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को मुंबई में कहा कि कांग्रेस ने देश के पांच दशक बर्बाद कर दिए। महात्मा गांधी के अनुसार देश की आजादी के बाद यदि कांग्रेस को भंग कर दिया गया होता तो भारत आज पांच दशक आगे होता। जब भारत आज़ाद हुआ तो उसी समय कई देश आज़ाद हुए लेकिन वो देश भारत से आगे निकल गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा देश दूसरों से कम नहीं है लेकिन जिन लोगों ने देश पर शासन किया, उन्हें देश के लोगों की ताकत पर भरोसा नहीं था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को मुंबई में दादर स्थित शिवाजी पार्क मैदान में भाजपा नीत एनडीए गठबंधन की ओर आयोजित प्रचार सभा को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले पीएम मोदी ने चैत्यभूमि पर जाकर भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को नमन किया। मोदी ने वीर सावरकर और स्वर्गीय शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के समाधि स्थल पर जाकर उन्हें भी नमन किया। इसके बाद पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत मराठी में की।

पीएम मोदी ने कहा कि देश के 5 दशक बर्बाद हो गए क्योंकि आजादी के बाद देश की सभी व्यवस्थाओं का कांग्रेसीकरण हो गया। जब भारत आज़ाद हुआ तो हमारे देश की अर्थव्यवस्था छठे स्थान पर थी। फिर जब 2014 में बीजेपी सत्ता में आई तो कांग्रेस ने देश की अर्थव्यवस्था को सीधे 11वें स्थान पर पहुंचा दिया था। जब जनता ने प्रधान सेवक को सत्ता सौंपी तो मात्र 10 साल में देश की अर्थव्यवस्था को 5वें स्थान पर पहुंचा दिया। इस दौरान मोदी ने दावा किया कि आज भारत और मुंबई में रिकॉर्ड निवेश हो रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास जताया कि जब जनता हमें तीसरी बार सत्ता सौंपेगी तो हमारा देश तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। मुंबई सपनों का शहर है, मैं 2047 का सपना लेकर इस शहर में आया हूं। मोदी ने कहा कि मुंबई के लोग रफ्तार की कीमत समझते हैं और भारत को विकसित देश बनाने में मुंबई की बड़ी भूमिका है।

पीएम मोदी ने कहा कि दस साल पहले हर जगह चेतावनी लिखी रहती थी, लावारिस वस्तुओं को हाथ न लगाएं। घर से बाहर गए व्यक्ति को भरोसा नहीं रहता था कि वह जिंदा वापस घर आएगा। लेकिन पिछले दस साल में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। सभी लोग अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि विकास योजनाएं अटकी पड़ी थी लेकिन जब से उन्हें सत्ता मिली है, विकास योजनाओं को गति मिली है। वे मुंबई को उसका हक लौटाने आए हैं।