जवाहर लाल नेहरू के जमाने से आरक्षण हटाने का धुन गा रही है कांग्रेस : अरूण हलदर

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खूंटी, 19 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग भारत सरकार के पूर्व अध्यक्ष अरुण हलदर ने कहा कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने अपने अमेरिका दौरा यात्रा के दौरान आरक्षण हटा देने संबंधी दिये गये बयान के लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। भाजपा कार्यालय में शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरुण हलदर ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान कहा था कि वह आरक्षण हटा देंगे, यह वही धुन है, जो राहुल गांधी का परिवार जवाहरलाल नेहरू के जमाने से गाता आ रहा है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 57 वर्षों तक देश में शासन किया, लेकिन इस दौरान उसने अपने राजनीतिक उद्देश्यों को साधने के लिए संवैधानिक प्रक्रियाओं का दुरुपयोग किया और सामाजिक उद्देश्यों की अपेक्षा की। हलदर ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी संविधान के मूलभूत आरक्षण सिद्धांतों को सही भावना और रूप में लागू करने की राजनीतिक इच्छा शक्ति नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि नेहरू सरकार ने 1956 में पिछड़े वर्गों को आरक्षण देने की काका कालेलकर रिपोर्ट को खारिज कर दिया। जवाहरलाल नेहरू ने 1961 में मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर कहा कि आरक्षण से अक्षमता और दोयम दर्जे का मानक पैदा होता है।

उन्होंने कहा कि नेहरू ने डॉ आंबेडकर के सामाजिक और राजनीतिक जीवन को समाप्त करने का षड्यंत्र किया। 1952 के लोकसभा चुनाव और 1954 के लोकसभा चुनाव में डॉ आंबेडकर को हराने का पाप किया। हलदर ने कहा कि धारा 370 और 35 को समाप्त कर जम्मू कश्मीर के अनुसूचित जाति वर्ग को 70 वर्ष बाद सामाजिक न्याय और सम्मान देने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। उन्होंने कहा कि 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर संविधान की आत्मा को कुचल दिया था। इंदिरा गांधी ने मंडल आयोग रिपोर्ट को ठंडे बस्ते डालकर ओबीसी आरक्षण में देरी की। 1966 से 1977 तक संविधान में 25 बार संशोधन हुआ। 42वें संशोधन में 41 अनुच्छेदों में संशोधन और 11 नए अनुच्छेद जोड़े गए, जबकि 2014 के बाद नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में संविधान में केवल आठ बार संशोधन हुआ। अरुण हलदर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने तीन मार्च 1985 को एससी आरक्षण पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि आरक्षण के माध्यम से हमें बुद्धुओ को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने मंडल आयोग की रिपोर्ट का विरोध किया और 1990 में लोकसभा में आरक्षण का भी पुरजोर विरोध किया था और मुसलमान को आरक्षण देने की वकालत की थी।

मौके पर छत्तीसगढ़ विलासपुर के पूर्व सांसद लखन लाल साहू, भाजपा के खूंटी जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर गुप्ता, जिला महामंत्री संजय साहू और निखिल कंडुलना, जिला उपाध्यक्ष बिनोद नाग, आइटी संयोजक आदर्श अंशुल, सुदन मुंडा आदि भी मौजूद थे।