पंजाब में ‘आप’ के साथ जाने को मजबूर हुई कांग्रेस, भगवंत मान ने कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं पर साधा निशाना

चंडीगढ़: पंजाब में देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की हालत सांप-छछूंदर जैसी हो गई है. पंजाब में सफलता के बावजूद कांग्रेस आम आदमी पार्टी (आप) के साथ ‘पक्ष’ लेने को मजबूर है। कांग्रेस ने केंद्र शासित प्रदेश और पंजाब की राजधानी चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात और गोवा में भारतीय गठबंधन सहयोगी ‘आप’ के साथ समझौता किया है। पंजाब कांग्रेस नेताओं के विरोध के कारण पंजाब में यह समझौता नहीं हो सका। इससे पंजाब में कांग्रेस को झटका लगा है. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पंजाब के नेताओं के साथ-साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर भी हमला बोलना शुरू कर दिया है. इसके बावजूद पंजाब कांग्रेस के नेता अपने आलाकमान से आप से अलग होने की मांग नहीं कर सकते.

समझौता उन्मूलन के लिए मान की चुनौती:

मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेताओं को यहां तक ​​चुनौती दे दी है कि अगर उनका केंद्रीय नेतृत्व चलता है तो वे ‘आप’ से समझौता खत्म करके राहुल और सोनिया गांधी को दिखाएं. पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कांग्रेस पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ा. खास बात यह है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तीखे हमले किये. उन्होंने कहा कि दिल्ली में लोकसभा का अंतिम बजट सत्र चल रहा है और राहुल यात्रा कर रहे हैं. यात्रा का जिक्र करते हुए सीएम मान ने कहा कि जनवरी 2023 में जब राहुल गांधी की भारत जोको यात्रा पंजाब आ रही थी तो कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेता उनके लिए सुरक्षा मांगने मेरे घर आए थे. सुरक्षा में उन्होंने कहा कि कोई भी आम आदमी राहुल के करीब न आ सके.

अपना बचाव नहीं कर पा रही कांग्रेस : ओधर मान द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं पर किये गये हमले के बावजूद कांग्रेस अपना बचाव नहीं कर पा रही है. पंजाब में सफलता के बावजूद कांग्रेस नेताओं को अपने राष्ट्रीय नेताओं से भी समर्थन नहीं मिल रहा है. इसकी वजह यह है कि राष्ट्रीय नेता राष्ट्रीय स्तर पर आप के साथ गठबंधन बचाने में लगे हुए हैं. विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा से बहस के दौरान मुख्यमंत्री ने यहां तक ​​कह दिया कि आप लोग कहते हैं कि लोकसभा चुनाव में आप से समझौता हुआ तो हम (आप) आपको खत्म कर देंगे.

माना कि दिल्ली में बैठे कांग्रेसी नेता हमसे समझौता करने की कोशिश में लगे हुए हैं। क्या बाजवा कभी सोनिया या राहुल गांधी के साथ बैठे हैं जबकि हमारे साथ दोनों मां-बेटे बैठते हैं। शायद यह पहली बार है कि कांग्रेस को अपनी ही गठबंधन पार्टी के नेता के तंज का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि पंजाब के मुख्यमंत्री मान पहले ही कह चुके हैं कि दिल्ली और पंजाब में मांएं अपने बच्चों को यह कहानी बताएंगी कि वहां कांग्रेस थी।