देहरादून, 12 अप्रैल (हि.स.)। उत्तराखंड में कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं की जो झड़ी लगी थी, वो थम गई है और अब पार्टी छोड़ चुके नेता भाजपा में अपनी उपेक्षा और दुर्गति से खिन्न होकर पश्चाताप कर रहे हैं तथा वापसी का रास्ता तलाश रहे हैं। यह दावा शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन पर पत्रकार वार्ता में प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं चुनाव कैम्पेन कमेटी के वरिष्ठ सदस्य सूर्यकांत धस्माना ने किया।
कुछ दिन पूर्व पार्टी से त्यागपत्र दे कर भाजपा में शामिल हुए जिला अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमीचंद सोनकर को पुनः कांग्रेस की सदस्यता दिलाते हुए उन्होंने कहा कि अमीचंद सोनकर ने उनको आज सुबह फोन कर बताया कि वे अपनी गलती सुधारना चाहते हैं। भावावेश और बहकावे में आकर उन्होंने पार्टी से त्याग पत्र दे दिया था, लेकिन भाजपा में उनको घुटन महसूस हुई और इसलिए वे वापस अपने घर आना चाहते हैं।
धस्माना ने कहा कि अगर सुबह का भूला शाम को घर आ जाए तो उसमें बुराई नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी कुछ अन्य वरिष्ठ लोगों से जो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए, उनसे मुलाकात हुई है और उन्होंने वापसी की इच्छा व्यक्त की है मगर उनका निष्कासन पार्टी कर चुकी है, इसलिए उनकी पुनः वापसी का निर्णय प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष स्तर पर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बहुत से ऐसे नेता जो कांग्रेस में मंचों में पहली पंक्ति में बैठते थे अब उनको भाजपा में मंच में पीछे खड़े होने के लिए भी अनुमति नहीं मिल रही और परेशान हैं, कांग्रेस में वापसी करना चाहते हैं, लेकिन मौकापरस्त लोगों की पार्टी में वापसी अब गुण-दोष के आधार पर होगी।
पत्रकार वार्ता में सोशल मीडिया विभाग के अध्यक्ष विकास नेगी, प्रदेश सचिव सुनीता प्रकाश, प्रवक्ता मोहन काला और सुलेमान मौजूद थे।