कांग्रेस ने अडानी के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन और जाति गणना और संविधान के सम्मान की मांग को लेकर देशव्यापी जन आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है।
यह फैसला कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे , लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी , पार्टी महासचिवों , राज्य प्रभारियों और राज्य कांग्रेस कमेटी अध्यक्षों की बैठक में लिया गया है .
अडानी के खिलाफ हिंडनबर्ग के आरोपों पर चल रहे विवाद के बीच विपक्ष ने कहा है कि अडानी मामले की जेपीसी जांच और सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच के इस्तीफे की मांग को लेकर 22 अगस्त को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
गौरतलब है कि इस साल के अंत में हरियाणा , महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव होने वाले हैं. इस साल जम्मू-कश्मीर में भी चुनाव होने वाले हैं. एआईसीसी मुख्यालय में हुई बैठक में जयराम रमेश और केसी वेसुगोपाल भी मौजूद रहे.
कांग्रेस ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों और उनके धार्मिक स्थलों पर हमले हर संभव प्रयास से रुकें।
इस बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि कांग्रेस अडानी के महाघोटाले की जेपीसी जांच की मांग कर रही है. प्रस्ताव में आगे कहा गया है कि इस घोटाले में प्रधानमंत्री भी शामिल हैं और सेबी की भूमिका भी संदिग्ध है.
बैठक में वायनाड में भूस्खलन की घटना पर भी दुख जताया गया. वायनाड भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की गई. इस बैठक में महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा गया.