कांग्रेस और झामुमो ने सीईओ से की मुलाकात, निशिकांत दुबे के खिलाफ की शिकायत

रांची, 20 मई (हि.स.)। कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) के. रवि कुमार से मुलाकात की। साथ ही ज्ञापन सौंपा। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने गोड्डा से भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुबे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराकर अविलंब कार्रवाई की मांग की।

प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि निशिकांत दुबे के नामांकन घोषणा पत्र में सूचना छुपाने संबंधी मामले में कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव ने जिला निर्वाचन पदाधिकारी गोड्डा से शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि निशिकांत दुबे ने घोषणा पत्र में पोड़ैयाहाट थाना कांड संख्या 162/2009 और जसीडीह थाना कांड संख्या 213/2019 जो न्यायालय में लंबित है उसका जिक्र नहीं किया है।

इसके अलावा निशिकांत दुबे ने घोषणा पत्र में पत्नी के नाम से अभिषेक झा से एक करोड़ 20 लाख रुपये उधार लेने का उल्लेख किया है जबकि गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से ही निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले अभिषेक झा ने खुद के घोषणा पत्र में इसका जिक्र नहीं किया है।

मौके पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव राकेश सिन्हा ने सवाल किया है कि यह काला धन था या सफेद धन? काला धन था, तो फिर ईडी क्यों नहीं पहुंची। हम चुनाव आयोग से मांग करते हैं कि दोनों ही प्रत्याशियों का नामांकन रद्द करे। झामुमो के जिलाध्यक्ष मुश्ताक आलम ने कहा कि भाजपा द्वारा चुनाव के दिन वोटरों को वोटर स्लीप पर्ची में 400 पार का स्लोगन लिखा बांटा गया, ये पर्ची चौथे चरण के दिन भी बांटा गया था और आज भी ये बांटा गया। इसकी शिकायत लेकर आयोग पहुंचे और इसपर जांच कराकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की गयी।

प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से कांग्रेस के अमूल्य नीरज खलको, राकेश सिन्हा, सतीश पाल मुंजनी, झामुमो के जिला अध्यक्ष मुश्ताक आलम सहित अन्य शामिल थे।