महाराष्ट्र और हरियाणा में हुए हालिया चुनावों के नतीजों ने EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने चुनाव नतीजों को लेकर सवाल खड़े किए हैं और EVM की विश्वसनीयता पर संदेह जताया है।
EVM पर क्यों उठे सवाल?
महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और INDIA गठबंधन को मिली हार के बाद विपक्षी दलों ने EVM की पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं जाहिर की हैं। रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि EVM को लेकर समय-समय पर गड़बड़ी की खबरें आती रही हैं, जिससे लोगों का भरोसा उठता जा रहा है।
- EVM की बैटरी पर सवाल: वाड्रा ने दावा किया कि चुनाव आयोग को यह जानकारी दी गई थी कि 66% बैटरी वाली EVM से आए नतीजे सही थे, जबकि 99% बैटरी वाली EVM से मिले नतीजों को लेकर गड़बड़ी का शक पैदा हुआ है।
- जनता की शंकाएं: वाड्रा ने कहा कि हरियाणा के नतीजे लोगों के लिए हैरानी भरे थे, और ऐसे में EVM को लेकर सवाल उठना स्वाभाविक है।
EVM का विकल्प: बैलेट पेपर की मांग
रॉबर्ट वाड्रा ने सुझाव दिया कि जहां-जहां भविष्य में चुनाव होंगे, वहां बैलेट पेपर या किसी अन्य वैकल्पिक प्रणाली का उपयोग किया जाना चाहिए।
- बैलेट पेपर पर जोर: उन्होंने कहा कि EVM के प्रति जनता का विश्वास खत्म हो गया है। इसलिए यह जरूरी है कि पारंपरिक बैलेट पेपर का उपयोग फिर से किया जाए।
- सत्ता में पारदर्शिता: वाड्रा ने यह भी कहा कि चुनाव प्रक्रिया में जनता का विश्वास बनाए रखना सबसे अहम है।
महाराष्ट्र और हरियाणा में INDIA गठबंधन की हार
हरियाणा और महाराष्ट्र में कांग्रेस और INDIA गठबंधन के नतीजे अपेक्षा के विपरीत रहे।
- हरियाणा में उम्मीद के खिलाफ नतीजे: कांग्रेस को भरोसा था कि वह इस बार सत्ता में वापसी करेगी, लेकिन बीजेपी ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल कर सरकार बना ली।
- महाराष्ट्र में बीजेपी की प्रचंड जीत: महाराष्ट्र में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस और उसके गठबंधन दलों को भारी झटका लगा।
शिवसेना उद्धव गुट ने भी उठाए सवाल
शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता आदित्य ठाकरे ने भी EVM को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- जनता के फैसले पर सवाल: आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के चुनाव नतीजे जनता का नहीं, बल्कि EVM का फैसला है।
- नतीजों को अस्वीकार: MVA (महाविकास अघाड़ी) गठबंधन के दलों ने महाराष्ट्र चुनाव नतीजों को अस्वीकार कर दिया है।
- गठबंधन की निराशा: विपक्षी गठबंधन में नतीजों को लेकर हताशा का माहौल है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वे इस चुनौती का सामना करेंगे।
INDA गठबंधन की मजबूती की जरूरत
वाड्रा ने कहा कि विपक्षी दलों का INDIA गठबंधन देश के लिए जरूरी है।
- बीजेपी को हराने की क्षमता: उन्होंने कहा कि यदि यह गठबंधन मजबूत बना रहता है, तो वह हर राज्य में बीजेपी को हरा सकता है।
- जनता की अपेक्षाएं: वाड्रा का मानना है कि विपक्ष को जनता का भरोसा जीतने के लिए अपने प्रयासों को और बढ़ाने की जरूरत है।