धमतरी, 6 मई (हि.स.)। कलेक्टर नम्रता गांधी ने सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में समय सीमा की बैठक लेकर समय सीमा के लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा की। बैठक में उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम के चलते भू-जल स्तर में गिरावट आ रही है। ग्रामीण इलाकों में पेयजल की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए गांवों में स्थित बंद हैंडपंपों की मरम्मत कर चालू करें। वहीं कुओं और टंकियों की साफ-सफाई सुनिश्चित करें।
बैठक में कलेक्टर नम्रता गांधी ने कहा कि बरसात के पूर्व वाटर रिचार्ज के लिए ऐसे शासकीय भवनों को चिन्हांकित किया जाये, जिनके समीप हैंडपम्प हो, ताकि बरसाती पानी को रिस्टोर किया जा सके, जिससे भू-जलस्तर बढ़ाया जा सके। उन्होंने ऐसे सभी शासकीय भवनों, हैंडपंपों और बोर का जियो टैग अनिवार्य रूप से करने कहा है, ताकि इनका डाटा संकलित किया जा सके। कलेक्टर ने कहा कि सभी शहरी क्षेत्र में जल उपयोगिता समूह का गठन कराएं। इसमें महिला स्व सहायता समूह, एनआरएलएम, मितानिन इत्यादि को भी जोड़ें। सभी विभाग प्रमुख बारिश के पूर्व पौधरोपण के लिए स्थल चिन्हांकन और आवश्यक पौधों की जानकारी एक सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करें। साथ ही पौधरोपण के लिए आवश्यकता अनुसार हास्टलवार पौधों की मांग संबंधी प्रस्ताव भी प्रस्तुत करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। बैठक में सीईओ जिला पंचायत सुश्री रोमा श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर जीआर मरकाम, संयुक्त कलेक्टर रामकुमार कृपाल, विनय पोयाम सहित जिला स्तरीय अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कैरियर काउंसिंलिंग व मेडिटेशन की जिम्मेदारी
स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने स्कूलों में कैरियर मार्गदर्शन के लिए कैरियर गाइडेंस संबंधी जानकारी देने के निर्देश डीईओ को दिए है। कैरियर काउंसिंलिंग, मेडिटेशन के लिए प्रत्येक हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षकों की जिम्मेदारी तय की जाये। मेधावी एवं कमजोर विद्यार्थियों को उनकी क्षमता अनुसार तैयार कर आगे बढ़ाने कहा है। व्यायाम शिक्षकों को गांवों में खेल खिलाने के लिए निर्देशित करने कलेक्टर ने डीईओ से कहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों को कम्प्यूटर शिक्षा देने के लिए प्रत्येक स्कूल में कम्प्यूटर सेट की उपलब्धता की जानकारी शीघ्र प्रस्तुत करने कहा। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि नीट परीक्षा के लिए जिले में ’स्वाध्याय एप’ शुरू किया गया है, इससे अधिक से अधिक बच्चों को जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रत्येक दो माह में पालक-शिक्षक संवाद आयोजित कर अधिक से अधिक विद्यार्थियों और पालकों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहने कहा है। समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने जल संसाधन, लोक निर्माण, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग, आदिवासी विकास विभाग, खाद्य, खनिज, महिला एवं बाल विकास, पंचायत और ग्रामीण विकास, कृषि, उद्यानिकी, मछलीपालन सहित विभिन्न विभागों की समीक्षा की।