यूपी में सीएम सही ही होंगे बॉस! अब पीएम मोदी ने भी साफ संकेत दे दिया

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पीएम मोदी ने की योगी आदित्यनाथ की तारीफ: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में हलचल मची हुई है. लगातार बदलते राजनीतिक परिदृश्य के बीच मुख्यमंत्री बदलने की भी चर्चा होने लगी. लेकिन अब ये साफ हो गया है कि योगी आदित्यनाथ ही यूपी के मुख्यमंत्री होंगे, वही यूपी के असली ‘बॉस’ हैं. पीएम मोदी ने भी इस बात का साफ संकेत दिया है. दिल्ली में आयोजित मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में पीएम मोदी ने योगी आदित्यनाथ की तारीफ की. पीएम मोदी ने योगी सरकार की योजनाओं की सराहना की और कहा कि दूसरे राज्यों को भी यूपी की नीतियां अपनानी चाहिए. 

सीएम योगी ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में योगी आदित्यनाथ ने ग्राम सचिवालय डिजिटलाइजेशन और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था पर प्रेजेंटेशन दिया. सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य है. यह योजना यूपी की आर्थिक मजबूती की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रेजेंटेशन में सीएम योगी ने कहा कि डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सभी सरकारी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएंगी. इससे ग्रामीण लोगों के समय और संसाधनों की बचत होगी। इसके साथ ही क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को और मजबूत करने के लिए विभिन्न उद्योगों और व्यवसायों को बढ़ावा देने की भी योजना है। बीजेपी मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने स्वच्छ गंगा मिशन और स्वच्छ भारत अभियान पर भी जोर दिया. 

पीएम मोदी ने की
खूब तारीफ लोकसभा चुनाव में असंतोषजनक नतीजों से यूपी में मचे सियासी घमासान के बीच बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक में पीएम मोदी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्यों को भी योगी सरकार की योजनाओं को लागू करना चाहिए. 

योगी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा चुनाव
इससे पहले सूत्रों ने बताया कि योगी सरकार और बीजेपी संगठन के बीच तनाव खत्म हो गया है. इसके साथ ही सूत्रों ने यह भी बताया कि योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री होंगे और 2027 का विधानसभा चुनाव सीएम योगी के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. इसके साथ ही यह भी पता चला है कि केंद्रीय नेतृत्व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बयान से खुश नहीं है. पिछले हफ्ते यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने भी साफ कर दिया था कि पार्टी यूपी में चेहरा बदलने के मूड में नहीं है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में सीएम बदलने की कोई चर्चा या चर्चा नहीं है. 

कैसे शुरू हुआ विवाद
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यूपी में भारी नुकसान हुआ था. एनडीए को महज 33 सीटें मिलने के बाद संगठन में कई तरह की बातें सामने आने लगीं और मुख्यमंत्री बदलने की अटकलें लगने लगीं. योगी सरकार और संगठन के बीच दरार तब खुलकर सामने आ गई जब 15 जुलाई को कार्यसमिति की बैठक में सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशवप्रसाद मौर्य के अलग-अलग बयान सामने आए. सीएम योगी ने कहा कि सभी को एक साथ मिलकर चलने की जरूरत है. वहीं केशवप्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार से बड़ा संगठन है. सीएम योगी ने चुनाव नतीजों के बाद बैकफुट पर न रहने की बात कही तो मौर्य ने कहा कि संगठन था और हमेशा रहेगा.