उत्तराखंड के सीएम धामी तीन दिन उत्तरकाशी में रहे, राहत कार्यों की निगरानी की, आपदा क्षेत्र में कैबिनेट बैठक की
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तीन दिनों तक उत्तरकाशी में बने रहे और वहां आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों की सजगता से निगरानी की। इस दौरान उन्होंने सीधे आपदा नियंत्रण कक्ष में जाकर बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा की और क्षेत्र में कई उच्चस्तरीय बैठकें कीं।
धामी ने प्रभावित इलाकों, खासकर धाराली और हर्षिल वैली में बरसात और बादलों के फटने से हुई तबाही के कारण फंसे लोगों के लिए राहत कार्यों को युद्ध स्तर पर चलाने के निर्देश दिए। भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों और ड्रोन की मदद से फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है। अब तक सैकड़ों लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। धामी ने अधिकारियों को प्रभावित इलाकों में बिजली, पेयजल, संचार और सड़क संपर्क तुरंत बहाल करने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों की तत्काल सहायता के लिए विभिन्न एजेंसियों के समन्वय को मजबूत किया और स्थानीय प्रशासन को राहत सामग्री, मेडिकल सहायता, भोजन, और आश्रय की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने इस मुसीबत में जनता, स्वयंसेवी संस्थाओं, और अधिकारियों से सहयोग का आह्वान भी किया।
धामी ने अपनी एक महीने की वेतन राशि राहत कार्यों में दान करने की घोषणा की है, जिससे प्रभावित लोगों को और मदद मिल सके। इसके अलावा उन्होंने आपदा प्रबंधन के लिए बेहतर तैयारियों, शुरुआती चेतावनी प्रणाली, और विभागीय समन्वय को मजबूत करने के सुझाव दिए।
राज्य सरकार और केंद्रीय सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयास से राहत और बचाव कार्य पूरे अनुशासन और तत्परता के साथ जारी हैं। मुख्यमंत्री धामी ने आपदा क्षेत्र से राज्य सरकार की प्रतिबद्धता जताई कि वे क्षेत्र के पुनर्निर्माण और विकास कार्यों को आपदा के बावजूद प्राथमिकता देंगे।
इस पूरी कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि उत्तराखंड सरकार ने उत्तरकाशी की प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे लोगों के लिए हरसंभव मदद मुहैया कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी है और मुख्यमंत्री धामी व्यक्तिगत रूप से भी इस लड़ाई के मोर्चे पर अग्रिम पंक्ति में हैं।
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