शहर में सफाई व्यवस्था बदहाल, चारों ओर फैल रहा कचरा

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धमतरी, 27 नवंबर (हि.स.)। प्लेसमेंट कर्मचारियों की हड़ताल से धमतरी शहर में सफाई व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो गई है। शहर के अलग-अलग स्थान पर कचरा फैल रहा है, इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। लोगों ने सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने की नगर निगम से की है।

धमतरी शहर के 40 वार्डों में नगर निगम के नियमित व प्लेसमेंट कर्मचारियों के सहारे साफ-सफाई की जाती है। महिला समूह द्वारा कचरा कलेक्शन भी किया जाता है। 40 वार्डों को नौ जोन में बांटकर धमतरी शहर में सफाई कराई जाती है। इन दिनों विभिन्न मांगों को लेकर प्लेसमेंट कर्मचारी हड़ताल में हैं। हड़ताल में चले जाने के कारण धमतरी शहर की सफाई व्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। वर्तमान में कई स्थानों से समय पर कचरा नहीं उठ रहा है, इसके चलते आसपास के रहवासियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रत्नाबांधा चौक गोल्डन कार श्रृंगार के पास खाली स्थान पर लंबे समय से कचरा डंप हो रहा है। समय पर कचरा नहीं उठने से यहां गंदगी का आलम है। तेज हवा चलने से यहां पर फैला हुआ कूड़ा- करकट राष्ट्रीय राजमार्ग तक उड़कर चला आता है।

श्रीकांत देवांगन ने बताया कि नगर निगम द्वारा निर्मित सफाई नहीं होने के कारण यह स्थिति बनी हुई है। तीन दिन से यहां पर कुत्ता मरा पड़ा है। जिससे दुकान के आसपास के रहवासी परेशान हैं। सुजीत कुमार साहू, पवन देवांगन ने बताया कि समय पर कचरा नहीं उठता है। मालूम हो कि इस तरह की स्थिति शहर के अन्य स्थानों पर है, जहां से समय पर कचरा नहीं उठ पा रहा है। लोगों ने व्यवस्था में सुधार की मांग की है। जानकारी के अनुसार निगम क्षेत्र के सभी 40 वार्डों से प्रतिदिन 10 टन कचरा निकलता है, जो हड़ताल के कारण नाली व खुले में पड़ा है। सफाई भी नहीं हो रही है। बजबजाती नालियां, नाली के बदबू से आसपास के लोग परेशान हैं।

व्यवस्था में सुधार का प्रयास जारी है: आयुक्त

इस संबंध में नगर निगम धमतरी आयुक्त प्रिया गोयल ने कहा कि प्लेसमेंट कर्मचारियों की हड़ताल से सफाई व्यवस्था प्रभावित जरूर हुई है, लेकिन व्यवस्था में सुधार का प्रयास जारी है, जल्द ही व्यवस्था दुरूस्त हो जाएगी। ठेकेदार को नोटिस थमाकर तत्काल कर्मचारी देने की चेतावनी दिया है। अनुबंध अनुसार कर्मचारी उपलब्ध नहीं कराने पर नियमानुसार कार्रवाई होगी। नगर निगम में सफाई की स्थिति सफाई के प्लेसमेंट कर्मचारी- 150, हर महीने सफाई पर खर्च-करीब 35 लाख, महिला सफाई कर्मचारी- 160 हैं। वहीं हड़ताल में जिले के कर्मी-398 शामिल हैं।