धमतरी , 18 सितंबर (हि.स.)। नगर पालिक निगम धमतरी में स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 के तहत 18 सितंबर को धमतरी शहर के विभिन्न स्कूलों में स्वच्छता दीदियों के साथ मिलकर स्वच्छता ही पाठशाला के तहत विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। अभियान के अंतर्गत नगर पालिक निगम धमतरी की सुपरवाइजर और स्वच्छता दीदियों ने बुधवार को विद्यालयों में जाकर छात्रों को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक किया। छात्रों को स्वच्छता के प्रति शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में छात्रों को स्वच्छता के लाभ, कूड़ा प्रबंधन तथा व्यक्तिगत स्वच्छता के महत्व के बारे में जानकारी दी गई।
स्वच्छता दीदी दीक्षा नेताम, रोशनी नायक, भारती साहू ने बताया कि स्वच्छता केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य का ही मुद्दा नहीं है, बल्कि यह सामुदायिक और पर्यावरणीय स्वास्थ्य से भी जुड़ा है। साफ-सुथरे वातावरण में रहने से न केवल बीमारियां कम होती हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। छात्रों को यह समझाना आवश्यक है कि उनकी छोटी-छोटी आदतें जैसे कि कूड़ा न फैलाना, हाथ धोना और विद्यालय परिसर को साफ रखना, समग्र स्वच्छता में योगदान कर सकती हैं। अभियान के अंतर्गत छात्रों की प्रतिक्रिया अत्यधिक सकारात्मक रही। उन्होंने स्वच्छता के महत्व को समझा और अपने घरों में भी इसे अपनाने का संकल्प लिया। कई छात्रों ने यह भी कहा कि वे अपने परिवार को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का प्रयास करेंगे।
स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत छात्रों में जागरुकता फैलाने के साथ-साथ पूरे समुदाय में बदलाव लाने का प्रयास किया गया। जब बच्चे अपने घरों में स्वच्छता की बातें करेंगे, तो निश्चित रूप से उनके परिवार वाले भी इस दिशा में ध्यान देंगे। इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल छात्रों के लिए बल्कि संपूर्ण समाज के लिए लाभकारी हैं। यदि हम सभी मिलकर स्वच्छता के प्रति जागरूक रहें, तो हम अपने समाज को एक बेहतर स्थान बना सकते हैं। यह समझना चाहिए कि स्वच्छता केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह हमारी जीवनशैली का एक अभिन्न हिस्सा है। हम सभी को मिलकर इस दिशा में प्रयास करना चाहिए ताकि हम एक स्वस्थ और स्वच्छ समाज का निर्माण कर सकें। इस अभियान में नगर पालिक निगम धमतरी की स्वच्छता दीदी पिंकी यादव, नर्मदा साहू एवं अन्य उपस्थित थी।
मणिकंचन केंद्र की सुपरवाइजर रंजीता पटवा ने बताया कि स्वच्छता ही सेवा अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना और उनकी आदतों में बदलाव लाना है। इसके माध्यम से न केवल विद्यालयों में स्वच्छता की स्थिति को सुधारने की कोशिश की जा रही है, बल्कि छात्रों में स्वच्छता के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
विद्यालयों में विशेष वार्तालाप का आयोजन किया गया, जहां छात्रों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित किया गया। सुपरवाइजर ने आकर्षक प्रस्तुतिकरण के माध्यम से स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। छात्रों ने अपने सवाल पूछे और विशेषज्ञों ने उनके उत्तर देकर उनके मन में उठ रहे सवालों को हल किया।