बेरोजगारी कम होने के दावे खोखले, उत्तर प्रदेश में 60 हजार सिपाहियों के लिए 48 लाख लोगों ने किया आवेदन

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में 60,244 कांस्टेबल पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा हो रही है, जिसके लिए 48.2 लाख लोगों ने आवेदन किया है. यानी एक सिपाही पद के लिए 80 प्रत्याशी मैदान में हैं. इससे पहले जनवरी 2019 में जब कांस्टेबल भर्ती निकाली गई थी तो 49,568 पदों के लिए 19.38 लाख उम्मीदवार थे, यानी एक पद के लिए 39 लोगों ने आवेदन किया था।

एक तरफ योगी सरकार दावा कर रही है कि उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दर देश से कम है, वहीं दूसरी तरफ सिर्फ 60 हजार पदों के लिए 48 लाख लोगों ने आवेदन किया है जो इस दावे की पोल खोल रहा है. 

आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, देशभर में बेरोजगारी दर 3.2 फीसदी है. जबकि उत्तर प्रदेश में यह प्रतिशत 2.4 फीसदी होने का दावा किया गया है.

2019 में योगी सरकार ने 69 हजार शिक्षकों की भर्ती निकाली जिसमें टीईटी पास 4.10 लाख ने आवेदन किया, 2018 में ग्राम विकास अधिकारी के 1918 पदों की भर्ती के लिए 14 लाख ने आवेदन किया. 

 वहीं, कर्मचारी चयन आयोग द्वारा केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और कार्यालयों के लिए 17 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 36 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया है. जो पिछले सात सालों में सबसे ज्यादा माना जा रहा है. इन पदों में असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर, आईटी इंस्पेक्टर, एक्साइज इंस्पेक्टर, ऑडिटर, सब इंस्पेक्टर सीबीआई, जूनियर अकाउंटेंट आदि शामिल हैं। पिछले साल की तुलना में इन पदों के लिए आवेदकों की संख्या 12 लाख बढ़ गई है. 

नमक और चीनी में माइक्रो प्लास्टिक: एनजीटी के संबंधित अधिकारियों को नोटिस

नई दिल्ली: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) और अन्य को इन रिपोर्टों के संबंध में नोटिस जारी किया है कि नमक और चीनी के सभी ब्रांड बेचे गए हैं। देश में माइक्रोप्लास्टिक हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले मीडिया में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी जिसमें दावा किया गया था कि देश में बिकने वाले सभी प्रकार के नमक और चीनी में फाइबर, छर्रों, फिल्म और टुकड़ों के बारीक कण मौजूद होते हैं। इस माइक्रो प्लास्टिक के बारीक कण का आकार 0.1 मिमी से 0.5 मिमी के बीच है। आयोडीन युक्त नमक में सबसे ज्यादा माइक्रोप्लास्टिक पाया गया. इस प्रकार के नमक में विभिन्न रंगों के पतले रेशे और महीन फिल्म कण पाए जाते हैं।