खूंटी, 1 अगस्त (हि.स.)। उपायुक्त लोकेश मिश्रा की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला समाज कल्याण विभाग एवं पोषण समिति द्वारा संचालित योजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक की गई। समाहरणालय खूंटी के सभागार में आयोजित बैठक में उपायुक्त ने मुख्य रूप से विश्व स्तनपान सप्ताह 2024, कुपोषण उपचार केंद्र संचालन, निर्माणाधीन आंगनबाड़ी, वीएचएसएनडी, संस्थागत प्रसव, सेविका-सहायिका के रिक्त पदों और मानदेय भुगतान, पूरक पोषाहार कार्यक्रम, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना समेत अन्य विषयों की समीक्षा की गई।
बैठक में विश्व स्तनपान सप्ताह 2024 को लेकर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि विश्व स्तनपान सप्ताह एक वैश्विक अभियान है, जो हर साल एक से सात अगस्त तक मनाया जाता है। इसका उद्देश्य स्तनपान के महत्व को उजागर करना, स्तनपान को बढ़ावा देना और इसका समर्थन करना है, ताकि बच्चों और माताओं के स्वास्थ्य में सुधार हो सके। इस वर्ष, विश्व स्तनपान सप्ताह 2024 की थीम क्लोजिंद द गैपरू ब्रेस्ट फीडिंग सपोर्ट फॉर ऑल हैं। यह विषय स्तनपान के समर्थन में पिता, परिवार, स्वास्थ्यकर्मियों और समुदाय की भूमिका को महत्वपूर्ण मानता है।
विश्व स्तनपान सप्ताह स्तनपान व्यवहारों के प्रोत्साहन एवं सुदृढ़ीकरण करने का अवसर प्रदान कर रहा है। उपायुक्त ने इस वर्ष के थीम को ध्यान में रखते हुए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में स्तनपान की प्रारंभिक शुरुआत और नई माताओं को आवश्यक समर्थन प्रदान करने पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने वृहद स्तर पर कार्यक्रमों के आयोजन का निर्देश दिया। जिला स्तर, प्रखण्ड स्तर एवं सामुदायिक स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करने का निर्देश दिया गया। विश्व स्तनपान सप्ताह को लेकर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम चलने का निर्देश दिया गया। बैठक में उपायुक्त ने कुपोषण उपचार केंद्र में शत प्रतिशत बेड ऑक्युपेंसी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि जिले में कुपोषण की काफी समस्या है। इसलिए कुपोषण उपचार केंद्रों में बच्चों का अच्छी तरह देखभाल की जाए। अतिरिक्त कुपोषण केंद्र खोलने को लेकर भी विभाग को प्रस्ताव भेजने की बात कही। जिले में आयोजित होने वाले वीएचएसएनडी दिवस के दिन सभी सेविका, सहायिका, महिला पर्यवेक्षिका एवं सीडीपीओ को अपने क्षेत्र में उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया। साथ ही प्राथमिकता के आधार पर वीएचएसएनडी दिवस मनाने को कहा गया। जिले में संस्थागत प्रसव पर जोर देते हुए उपायुक्त ने शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।