मुख्य सचिव ने उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण पानी और बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कहा

Ad1c5fd339a221c1a343eb529a5777ce

जम्मू, 25 जुलाई (हि.स.)। मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने जम्मू-कश्मीर में पानी और बिजली की आपूर्ति परिदृश्य की समीक्षा बैठक की। यह बैठक चल रही गर्मी की लहर और सरकार द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उपभोक्ताओं को पेयजल, सिंचाई और बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अपनाई गई प्रतिक्रिया तंत्र को देखते हुए बुलाई गई थी।

बैठक में जेकेडब्ल्यूआरआरए के अध्यक्ष, जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव विद्युत, प्रमुख सचिव वित्त, आयुक्त सचिव एच एंड यूडीडी, संभागीय आयुक्त कश्मीर, जम्मू, उपायुक्त, आयुक्त जेएमसी, एसएमसी, एमडी जेपीडीसीएल, केपीडीसीएल, जेजेएम, आईएमडी और रिमोट सेंसिंग के निदेशक और जल शक्ति जम्मू, कश्मीर के मुख्य अभियंताओं के अलावा जल शक्ति और पीडीडी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

जबकि बाहरी अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया।

इस बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने झेलम और चिनाब की मुख्य नदियों में वर्तमान जल स्तर की स्थिति के बारे में पूछताछ की और कम वर्षा के कारण पिछले वर्ष के स्तर में गिरावट की तुलना भी की गई, जो इस वर्ष लगभग 50 प्रतिषत है। मुख्य सचिव ने केंद्रशासित प्रदेश में चल रही गर्मी की लहर की स्थिति से निपटने के लिए उपाय करने के लिए कहा, विशेष रूप से सार्वजनिक शिकायतों के समाधान के लिए एक कुशल प्रतिक्रिया तंत्र स्थापित करने के लिए कहा। मुख्य सचिव ने जल शक्ति और आवास एवं शहरी विकास विभागों को विशेष रूप से पेयजल की कमी वाले क्षेत्रों में निर्बाध जल आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

उन्होंने वर्तमान जलवायु परिस्थितियों को देखते हुए मशीनरी और बुनियादी ढांचे दोनों का आकलन करने का आह्वान किया। उन्होंने जमीनी जरूरतों के मुताबिक पीने और सिंचाई के पानी की आपूर्ति बढ़ाने के लिए लघु और दीर्घकालिक दोनों उपाय करने की सलाह दी। उन्होंने उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों में बिजली और पानी की आपूर्ति की स्थिति पर नियमित रिपोर्ट प्रस्तुत करने, निरंतर निगरानी सुनिश्चित करने और जब भी जरूरत हो त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने अपने क्षेत्रों में इन आवश्यक आपूर्तियों से संबंधित शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित करने को कहा।