मुख्यमंत्री की महिला संवाद यात्रा 2025 के विधानसभा चुनाव में राजग गठबंधन के लिए लाभकारी  हो सकता 

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पटना, 30 नवम्बर (हि.स.)। बिहार विधानसभा का चुनाव 2025 के अक्टूबर-नवम्बर माह में होने वाला है। इसको लेकर सभी राजनीतिक दल अपने-अपने स्तर से तैयारियों में जुट गए हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी दिसम्बर के मध्य से महिला संवाद यात्रा के बहाने जनता का मन टटोलने निकलेंगे।

राज्य सरकार द्वारा पिछले वर्षों में शुरू की गई योजनाओं का सामाजिक असर और उसके राजनीतिक लाभ का आकलन भी सीएम अपनी इस यात्रा में करेंगे। यह यात्रा 2025 के विधानसभा चुनाव में राजग गठबंधन के लिए तुरुप का पत्ता साबित हो सकता है।

नीतीश कुमार को बिहार में वर्ष 2005 से लगातार मिलती सफलता के पीछे महिला मतदाताओं का बड़ा हाथ माना जाता है। नीतीश भी महिला आरक्षण, साइकिल योजना, जीविका दीदी, आशा दीदी, बालिका शिक्षा के बाद प्रोत्साहन राशि, शराबबंदी जैसी कई योजनाओं को शुरू किया, जिससे लाखों महिलाओं को लाभ मिला। राजनीतिक हलकों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस यात्रा को लेकर बिहार के हर दल की महिला विधायकों की भी नजर है।

मुख्यमंत्री नीतीश की यात्रा पर भाजपा विधायक और राज्य की पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह यात्रा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के लिए लाभकारी होगी। उनके नेतृत्व में ही बिहार में विधानसभा का चुनाव लड़ा जायेगा। प्रदेश में महिलाओं को संबल बनाने का काम हुआ है।

जदयू की रीना यादव ने कहा कि बिहार में महिलाओं को अगर किसी ने निर्भीक बनाया है तो वह नीतीश कुमार ही हैं। मुख्यमंत्री ने महिलाओं को आगे बढ़ाया है। महिलाओं को पंचायत में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। सरकारी रोजगार में 35 प्रतिशत का रोजगार दिया। पुलिस बहाली में आरक्षण देने का काम किया। उनकी महिला संवाद यात्रा से उन्हें और ज्यादा जागरूक करने का काम होगा।

मुख्यमंत्री की महिला संवाद यात्रा पर वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण बागी ने बातचीत में कहा कि यात्रा के माध्यम से मुख्यमंत्री महिलाओं के बीच में अपने किए गए कार्यों को रखने की कोशिश करेंगे। वे महिलाओं के बीच में जाकर हाल के दिनों में जो रोजगार सहित अन्य कार्य बिहार सरकार द्वारा उनके नेतृत्व किया गया है, बतायेंगे, जो एक गेम चेंजर साबित होगा 2025 के चुनाव में। महिलाओं के मन में अगर कोई नाराजगी है, या महिलाएं कोई बड़ा बदलाव चाहती हैं तो उसे भी अगले कुछ महीनों में युद्धस्तर पर जारी कर नीतीश बड़ा बदलाव अपने पक्ष में कर सकते हैं।

क्या है महिला संवाद यात्रा?

पिछले कैबिनेट की बैठक में जिन 9 एजेंडों पर मुहर लगी थी, उनमें से एक प्रस्ताव ‘महिला संवाद यात्रा’ का था, जिसे पूरे बिहार से गुजरना है। इस यात्रा पर कुल 226 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस यात्रा से महिला सशक्तिकरण का कदम माना जा रहा है। इससे पहले चाहे शराबबंदी को लेकर निर्णय का मामला हो या नौकरी या फिर पंचायत में चुनावी आरक्षण का। नीतीश कुमार के नजरिये में महिला फोर्स को एक्टिवेट करना रहा है। उनकी आशाओं के अनुकूल महिलाएं ढलते दिखी भी हैं। वैसे भी, बिहार में 48 फीसदी वोटर महिलाएं हैं, जो जीत-हार की बाजी पलट सकती हैं।