मुख्यमंत्री 19 जून को जींद से प्रदेश के करीब एक लाख पंजीकृत श्रमिकों को देंगे योजनाओं की सौगात

जींद, 16 जून (हि.स.)। चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित डा. हरिचंद मिढ्ढा सभागार में 19 जून को सुबह दस बजे पंजीकृत श्रमिकों के सम्मान में श्रमिक जागरूकता एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह समारोह में बतौर मुख्यअतिथि शिरकत करेंगेे तथा श्रम मंत्री मूलचंद शर्मा विशिष्ट अतिथि होंगे। स्थानीय विधायक डा. कृष्ण लाल मिड्ढा विशेष रूप से मौजदू रहेंगे।

समारोह के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह भवन एवं अन्य सन्निमार्ग कर्मकार कल्याण बोर्ड के प्रदेशभर के करीब एक लाख पंजीकृत श्रमिकोंं को उनकी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सीधे उनके खातें में जारी करेंगे। सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री अपने संबोधन के माध्यम से प्रदेशभर के श्रमिकों को अपना शुभ संदेश भी देंगे। यह जानकारी श्रम विभाग के आयुक्त मनीराम शर्मा ने दी। रविवार को उन्होंने चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय परिसर के डा. हरिचंद मिड्ढा सभागार में व्यवस्थाओं के निरीक्षण के दौरान दी। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की और जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि यह सम्मान समारोह श्रम विभाग के तत्वावधान में आयोजित किया जाएगा।

इस कार्यक्रम का प्रदेश के अन्य जिलों में भी सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पंजीकृत श्रमिकों के कल्याण के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें श्रमिकों की बेटियों की शादी में कन्यादान राशि, छात्रवृति योजना, ई-श्रमकार योजना, साइकिल, स्कूटी व सिलाई मशीन आदि मुहैया करवाना मुख्य रूप से शामिल हैं। हर पात्र पंजीकृत श्रमिक को उनका हक मिले, इसके लिए सभी योजनाओं को उनके आधार कार्ड से जोड़ा गया है।

उन्होंने बताया कि जींद में आयोजित होने वाले सम्मान समारोह में प्रदेशभर से 200 से 250 पंजीकृत श्रमिकों को शामिल किया जाएगा। कुछ श्रमिकों को मुख्यमंत्री स्वयं अपने हाथों से योजनाओं का लाभ प्रदान करेंगे। उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि केवल आमंत्रित पंजीकृत श्रमिकों को ही कार्यक्रम में प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा पहचान पत्र के बिना कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने बैठक में मौजूद ईएसआई के चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि समारोह के दौरान प्राथमिक उपचार हेतू एक डिस्पेंसरी स्थापित करवाई ताकि जरूरत पडऩे पर कोई भी व्यक्ति उपचार ले सके।