मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बदले उज्जैन के 3 गांवों के नाम, कहा- ‘लिखते-लिखते रुक जाती थी मौलाना की कलम..’

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MP के गांवों के नाम बदले: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव रविवार को उज्जैन और इंदौर के दौरे पर थे. इस बीच उन्होंने उज्जैन जिले के तीन गांवों के नाम बदलने की घोषणा की. इसमें मौलाना, गजनीखेड़ी और जहांगीरपुर गांव शामिल हैं। 

उज्जैन जिले के तीन गांवों के नाम बदलने की घोषणा

मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा, ‘मौलाना के गांव का नाम लिखते-लिखते कलम रुक जाती है, इसलिए अब इसे विक्रम नगर के नाम से जाना जाएगा.’ इसके अलावा सीएम मोहन यादव ने ‘जहांगीरपुर’ का नाम बदलकर ‘जगदीशपुर’ और ‘गजनीखेड़ी’ का नाम बदलकर ‘चामुंडा माता नगरी’ करने का भी ऐलान किया. 

 

 

सीएम मोहन ने कहा, ‘मौलाना के गांव में लोग अपने दम पर उद्यमिता की मिसाल कायम कर रहे हैं. यहां ऐसी मशीनें उपलब्ध हैं जो पंजाब और हरियाणा जैसे इलाकों में पाई जाती हैं। लेकिन मुझे समझ नहीं आया कि इस नाम के गांव के अंदर क्या था. औद्योगिक क्षेत्र में काम अपने आप होगा तो मौलाना के गांव में होगा, लेकिन नाम लिखा होगा तो रुक जाएगा, क्योंकि मैं राजा विक्रमादित्य की नगरी से आता हूं, इसलिए तय हुआ है कि मौलाना का नाम होगा ‘विक्रमनगर में बदला जाए।’

गजनीखेड़ी को चामुंडा माता नगरी के नाम से जाना जाएगा

गजनीखेड़ी पंचायत का नाम बदलकर चामुंडा माता नगरी करने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कलेक्टर यहां मौजूद हैं, आप गजनीखेड़ी के अंदर नए विकास का प्रस्ताव रखें. हम सभी इसके द्वारा अपनी स्वीकृति की घोषणा करते हैं। इसके बाद जहांगीरपुर ग्राम पंचायत का नाम बदलकर जगदीशपुर कर दिया जाएगा. हमारा पंचायत अब जगदीशपुर के नाम से जाना जाएगा.’

 

हम गांवों और शहरों के नाम जनभावनाओं के अनुरूप रखेंगे: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, ‘जब दूसरे शहरों के नाम बदले जा सकते हैं तो हम अपनी पंचायतों के नाम क्यों नहीं बदल सकते. इसलिए अब गांवों और शहरों के नाम जनमत के अनुसार रखे जाएंगे.’