उपचुनाव और प्रदेश के ख़राब हालात के लिए मुख्यमंत्री ज़िम्मेदार: जय राम

धर्मशाला, 21 जून (हि.स.)। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश के वर्तमान राजनीतिक हालात के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वयं दोषी हैं। उन्होंने इस तरह के हालात पैदा किए कि अपने ही विधायक, मंत्री और पार्टी के नेता खिलाफ हो गये। निर्दलीय जीतने के वाले विधायकों को इस्तीफ़ा देना पड़ा। मुख्यमंत्री तानाशाही से सत्ता चलाना चाहते हैं लेकिन प्रदेश के लोग तानाशाही को स्वीकार नहीं करेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर देहरा विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार होशियार सिंह के नामांकन के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देहरा के विकास के लिए होशियार सिंह ने पूरी लगन के साथ काम किया है। ठाकुर ने दावा करते हुए कहा कि इस उपचुनाव में देहरा की जनता भाजपा के उम्मीदवार होशियार सिंह को भारी मतों से विजयी बनाने जा रही है।

ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में सत्ता के दुरुप्रयोग का आलम यह है कि विश्व की सबसे बड़ी पार्टी को जनसभा के लिए मैदान नहीं दिया गया और हमें सड़क पर कार्यक्रम करना पड़ा। हम पूरी ताक़त के साथ ऐसी तानाशाही का सामना करेंगे। राज्य में विकास ठप है। अराजकता और क़ानून व्यवस्था के ध्वस्त होने के लिए ज़िम्मेदार भी मुख्यमंत्री स्वयं हैं। वह विधायकों को साथ लेकर चलने में यक़ीन नहीं रखते हैं।

जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने तानाशाही पूर्ण रवैया अपना रखा है। हज़ारों चलते संस्थान बंद कर दिये गये। दस हज़ार से ज़्यादा युवाओं को नौकरी से निकाल दिया। मनमाने ढंग से अपने ‘लोगों’ को सरकार में एडजस्ट किया। पार्टी के नेताओं, पदाधिकारियों और विधायकों का भी अपमान किया।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि देहरा से दो बार के निर्दलीय विधायक होशियार सिंह को प्रताड़ित करने में मुख्यमंत्री ने कोई कसर नहीं छोड़ी। मुख्यमंत्री उन्हें डरा धमकाकर अपनी बात मनवाना चाहते हैं। इस प्रताड़ना से तंग आकर तीनों निर्दलीय विधायकों ने विधायकी से इस्तीफ़ा दे दिया। भाजपा का सहयोग करने पर उपचुनाव में तीनों को उम्मीदवार बनाया है। जनसभा में उन्होंने होशियार सिंह को भारी से भारी मतों से जिताने की अपील की।

इस मौक़े पर उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, विधायक पवन काजल, सुधीर शर्मा और हंसराज समेत स्थानीय नेता, पदाधिकारी, कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।