देहरादून, 19 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ धाम में सोना चोरी या सोना गायब होने के आरोपों पर शुक्रवार को खुलकर जवाब दिया। मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जिस संख्या में सोने की चोरी अथवा गायब होने का आरोप लगाया जा रहा है क्या ऐसा संभव है? यह हर व्यक्ति को सोचना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने मीडिया और राजनीतिक दलों से अनुरोध किया कि उत्तराखंड में स्थित चारों धाम व सभी मंदिर, शिवालय हमारी आस्था का केंद्र हैं। ऐसे मुद्दों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा का बीकेटीसी संचालन करती है और पूरी पारदर्शिता के साथ यात्रा का आयोजन हो रहा है।
रामनगर कोसी और हल्द्वानी में वन विभाग की जमीनों पर कब्जा और स्टांप चोरी मामले पर बैठाई एसआईटी जांच
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रामनगर कोसी और हल्द्वानी में वन विभाग की जमीनों पर हो रहे कब्जे अवैध खरीद स्वरूप और स्टांप चोरी पर जिलाधिकारी की शिकायत के आधार पर एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से इस प्रकार की सूचनाओं और शिकायतें मिल रही थीं, जिसे उन्होंने संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी से जांच कराई। इसके बाद चूंकि यह बड़ा और कई विभागों का मामला है, लिहाजा एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं। जांच के बाद सरकार कड़ा कदम उठाएगी और भू-माफियाओं पर सख्त कार्रवाई करेगी।
आई कार्ड धारण करने के आदेश पर धामी बोले- पहचान बताने में क्या दिक्कत है
उत्तराखंड राज्य में रेहड़ी-ठेला संचालकों द्वारा आई कार्ड धारण करने के लिए सरकार के जारी आदेशों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह आवश्यक है कि प्रत्येक व्यक्ति की जानकारी सामने हो। यही वजह है कि राज्य सरकार ने यह फैसला लिया है। आखिर किसी को अपनी पहचान बताने में क्या दिक्कत है। मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि कावड़ यात्रा मार्ग पर प्रतिष्ठानों के समक्ष दुकानदार का नाम और मोबाइल नंबर लिखे जाने का फैसला कावड़ यात्रा की हरिद्वार में हुई बैठक में ही ले लिया गया था, जिसका अनुपालन कराया जा रहा है।