मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित इलाकों का किया हवाई सर्वेक्षण, बोले-पुनर्निर्माण कार्यों को युद्ध स्तर पर करें

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चंपावत, 21 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री शनिवार को एक दिवसीय भ्रमण पर जनपद चंपावत पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्र सरयू घाटी,काली घाटी, पंचेश्वर घाटी, रौसाल और तामली आदि विभिन्न क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए की जनपद के प्रत्येक आपदा प्रभावित को हर संभव मदद दी जाए और जनपद में बंद पड़ी सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर यातायात के लिए सुचारु किया जाए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एनएचपीसी गेस्ट हाउस, बनबसा में जनपद के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्यों और प्रभावित क्षेत्रों में जन जीवन सामान्य बनाने के साथ ही पुनर्निर्माण कार्यों की अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में व्यवस्थाएं सामान्य बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री ने क्षतिग्रस्त मार्गों, पेयजल एवं विद्युत लाइनों को यथाशीघ्र बहाल किया जाए। वैकल्पिक तौर पर उरेडा की ओर से सौर ऊर्जा से विद्युत व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आपदा ग्रसित क्षेत्रों में स्वयं जाकर स्थलीय निरीक्षण करने और वहां प्रभावितों को उचित सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए। जनता को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो इस बात को सुनिश्चित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को कहा कि जनपद में जो भी नुकसान हुआ है प्रत्येक विभाग की ओर से आकलन करते हुए प्रस्ताव शीघ्र शासन को भी भेजें।बैठक में मुख्यमंत्री कीक की ओर से सड़क निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, ऊर्जा, खाद्यान्न, स्वास्थ्य, पेयजल आदि विभागों से किए गए कार्यों की जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने शारदा नदी, हड्डी नदी एवं किरोड़ा नाला से हो रहे नुकसान के स्थाई समाधान के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश जिलाधिकारी व सिंचाई विभाग को दिए।

इस मौके पर मुख्यमंत्री जनता से मिले और उनकी समस्याएं सुनी। इस दौरान जनता की ओर से मुख्यमंत्र को विभिन्न समस्याओं से संबंधित ज्ञापन दिया गया। मुख्यमंत्री ने जनता को उनकी हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए की जनपद के प्रत्येक आपदा प्रभावित को हर संभव मदद दी जाए। जिन प्रभावितों को आपदा राहत राशि वितरित की जानी है तत्काल राहत राशि वितरित की जाए। जनपद में पुनर्निर्माण कार्यों सहित जनपद के विभिन्न व्यवस्थाओं को शीघ्र सामान्य कराएं और जनपद में बंद पड़ी सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर यातायात के लिए सुचारु किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा बनबसा में नेपाल को बन रहे ड्राई पोर्ट में जल भराव की समस्या के समाधान के लिए एनएचएआई के अधिकारियों को निर्देश दिए की समस्या का स्थाई जिम्मेदारी से समाधान करें। साथ ही उन्होंने नेपाल को जोड़ने वाले उक्त सड़क से स्थानीय गांव को भी कनेक्टिविटी से जोड़ने को कहा। इस दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रशासन द्वारा तत्काल एवं तत्परता से राहत व बचाव कार्यों के साथ-साथ आपदा ग्रसित क्षेत्र के लिए किया जा रहे कार्यों की सराहना की गई।

बैठक में जिलाधिकारी नवनीत पांडे की ओर से मुख्यमंत्री को जनपद में हुई क्षति के संबंध में जानकारी दी गई। बैठक में बताया कि जनपद में 23 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है जिनमें यतायात सुचारु किये जाने के लिए निरंतर कार्य गतिमान है। राष्ट्रीय राजमार्ग- 09 पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था के साथ यातायात के लिए सुचारु किया गया है। इसके अतिरिक्त जनपद अंतर्गत पेयजल निगम की 77 अवरुद्ध पेयजल योजना में से 52 पेयजल योजनाओं को तथा जल संस्थान की 136 में से 123 पेयजल योजनाओं को सुचारु किया गया है। जिन क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था अवरुद्ध है उन क्षेत्रों में पिकअप तथा टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति कराई जा रही है।

बैठक में विधायक लोहाघाट खुशाल सिंह अधिकारी, विधायक प्रतिनिधि चंपावत प्रकाश तिवारी तथा विधायक प्रतिनिधि टनकपुर दीपक रजवार, भाजपा महामंत्री मुकेश कलखुड़िया, रोहिताश अग्रवाल, अपर पुलिस अधीक्षकन नैनीताल हरवंश सिंह मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग एमसी पलडिया, अधिशासी अभियंता जल संस्थान बिलाल युनुस, जल निगम, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, जिला पूर्ति अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।