छत्तीसगढ़ रायपुर में गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में अंतरराज्यीय समन्वय बैठक शुरू हो गई है. यह बैठक नक्सल समस्या को खत्म करने और नक्सल प्रभावित इलाकों के पुनर्निर्माण को लेकर हो रही है. इस बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव सहाय, उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा समेत सात राज्यों के मुख्य सचिव, पुलिस महानिरीक्षक और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं.
इस बैठक में छत्तीसगढ़ के अलावा उड़ीसा, झारखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के मुख्य सचिव, डीजीपी और अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं. अंतरराज्यीय समन्वय बैठक में माओवादी गतिविधियों को रोकने और माओवाद प्रभावित इलाकों में संयुक्त अभियान चलाने की रणनीति पर चर्चा हो रही है.
जानिए क्या है अंतरराज्यीय समन्वय बैठक का एजेंडा
इस बैठक का मुख्य एजेंडा नक्सल प्रभावित राज्यों में नक्सलियों की एक राज्य से दूसरे राज्य में आवाजाही पर पूरी तरह से नियंत्रण लगाना है. इस बैठक के दौरान ये सातों राज्य अपने-अपने राज्यों की रणनीति बताएंगे और जानकारी साझा करने पर काम करेंगे.
छत्तीसगढ़ के ये जिले हैं सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित
देश के कुल 38 जिलों में से छत्तीसगढ़ के 15 जिले नक्सल प्रभावित हैं. इसमें बीजापुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद, नारायणपुर, राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी, खैरागढ़ छुई खदान गंडई, सुकमा, कबीरधाम और मुंगेली जिले शामिल हैं। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ देश का सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित जिला है. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 से पहले दौरे के दौरान अमित शाह ने कहा था कि राज्य में सरकार बनने के बाद सबसे पहला काम नक्सलवाद को खत्म करना होगा. ऐसे में इस मुलाकात को उसी वादे के लिहाज से देखा जा रहा है.