छतरपुर: बसपा नेता हत्याकाण्ड का खुलासा, एक गिरफ्तार

छतरपुर,14 मार्च (हि.स.)। जिला मुख्यालय स्थित सागर रोड पर गत चार मार्च की रात गजराज पैलेस विवाह घर के ठीक सामने बसपा नेता और ईशानगर के पूर्व सरपंच बसपा नेता महेन्द्र गुप्ता की गोली मारकर जघन्य हत्या कर दी गई थी। इस मामले में छतरपुर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर पूरी कहानी उजागर कर दी है। एसपी अमित सांघी ने गुरुवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या की साजिश रचने वाले 6 आरोपी पकड़े जाने शेष हैं। फिलहाल एक आरोपित आकाश सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुरानी रंजिश बनी हत्या का कारण, महीनों की तैयारी

एसपी अमित सांघी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बसपा नेता महेन्द्र गुप्ता और ग्राम सीगोन निवासी प्रतिपाल सिंह ठाकुर के बीच 25 साल से रंजिश चली आ रही है। इसी रंजिश के चलते दोनों पक्षों की ओर से हत्या के प्रयास और हत्या जैसी कई घटनाएं घट चुकी हैं। वर्तमान में प्रतिपाल सिंह का बेटा रानू राजा हत्या के एक मामले में फरार चल रहा था। रानू राजा ने ही अपने साथियों के साथ महेन्द्र गुप्ता की हत्या की साजिश रची है।

एसपी ने बताया कि पुलिस ने घटना स्थल पर मिले सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर जब बारीकी से पड़ताल की तो रानू राजा का एक साथी आकाश सक्सेना पकड़ा गया है जिसने पूरे मामले का खुलासा किया है। आकाश ने बताया कि रानू राजा और उसके अन्य साथियों ने जनवरी 2024 से ही महेन्द्र गुप्ता को मौत के घाट उतारने के लिए जाल बिछाना शुरू कर दिया था। महेन्द्र गुप्ता की हर गतिविधि पर नजर रखी जाती थी। वारदात के दिन भी 7 लोग अलग-अलग स्थानों पर पॉजीशन में मौजूद थे। पहले पन्ना रोड पर एक शादी समारोह में पहुंचे महेन्द्र गुप्ता को मौत के घाट उतारने की साजिश रची गई इसके बाद जब वहां हत्यारे कामयाब नहीं हुए तो सागर रोड पर गजराज पैलेस के सामने इस वारदात को अंजाम दिया गया। वारदात को अंजाम देते समय यहां शानू राजा, शिवेन्द्र राजा, टाविन टावर और आकाश सक्सेना मौजूद थे। चूंकि महेन्द्र गुप्ता बुलेटप्रूफ जैकेट पहनता था इसलिए आरोपियों ने उसके समीप जाकर सिर में तीन गोलियां मारी थीं ताकि किसी भी तरह उसकी जान न बच सके। इस वारदात के 6 आरोपी अब भी फरार हैं पुलिस ने सिर्फ एक आरोपी को ही गिरफ्तार किया है। इसमें मुख्य आरोपी रानू राजा भी शामिल है जिस पर पहले ही अर्जुन सिंह हत्याकाण्ड मामले में 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है। इस खुलासे में टीआई कमलेश साहू सहित टीम की सराहनीय भूमिका रही।