देहरादून, 20 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का चारधाम यात्रा पर पूरा फोकस है। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा को लेकर देश-दुनिया से आने वाले तीर्थयात्रियों की राह सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। ऐसे में मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ बीते 10 दिनों के व्यवस्थाओं और प्रबंधन का विश्लेषण करने को कहा है। कहां कमी रही और किन कारणों से रही, इसकी पड़ताल करने के निर्देश दिए।
अब चारधाम यात्रा व्यवस्था की साप्ताहिक रिपोर्ट बनाई जाएगी। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री धामी विकल्प रहित संकल्प के साथ देश-दुनिया से उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के प्रति कितने संजीदा हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री धामी ने सचिवालय में चारधाम यात्रा, ग्रीष्मकाल के दृष्टिगत पेयजल और विद्युत आपूर्ति की समीक्षा के दौरान अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन को चारधाम यात्रा व्यवस्था की साप्ताहिक रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, यह भी देखा जाए कि यात्रा के दौरान कौन से सराहनीय कार्य किए गए। उन्होंने बहुत सख्ती से कहा कि केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में शासन और पुलिस के जिन अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में जिम्मेदारी दी गई है, वे निरंतर फील्ड में रहें। व्यवस्थाओं में जिलाधिकारी और पुलिस का सहयोग करें। यात्रा मार्गों पर पर्याप्त चिकित्सकों और दवाइयों की उपलब्धता के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा से जुड़े सभी विभागों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने को कहा है।
ग्रीष्मकाल के दृष्टिगत पेयजल की हो पर्याप्त व्यवस्था-
पेयजल की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ग्रीष्मकाल को ध्यान में रखते हुए पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। पर्वतीय क्षेत्रों में ओवरहेड टैंक मूल जलस्रोतों से दूर बनाए जाए। चारधाम यात्रा में भी पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। वरिष्ठ अधिकारी फील्ड में जाकर पेयजल व्यवस्था देखें। पानी टैंकर और जनरेटर की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। जिन क्षेत्रों में पेयजल की कमी है, टैंकरों और अन्य माध्यमों से पेयजल व्यवस्था की जाए।
पर्याप्त विद्युत आपूर्ति के सख्त निर्देश, समन्वय के साथ करें कार्य-
विद्युत आपूर्ति की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश दिए कि लोगों को पर्याप्त विद्युत आपूर्ति की जाए। इसके लिए तीनों निगम यूपीसीएल, यूजेवीएनएल और पिटकुल आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। मुख्यमंत्री ने राज्य में मांग के अनुसार विद्युत आपूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए।