उत्तराखंड चारधाम यात्रा चल रही है. हर दिन हजारों लोग दर्शन के लिए आते हैं। गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. यह बात सामने आई है कि सबसे ज्यादा लोगों ने केदारनाथ में दर्शन किए हैं. 10 मई से 6 जून तक 7 लाख से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं.
केदारनाथ धाम में भक्तों का तांता लगा हुआ है
भोले नाथ के दर्शन के लिए भक्तों में जबरदस्त उत्साह है. रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी के मुताबिक, अब तक कुल 7,10,698 श्रद्धालु केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं. महत्वपूर्ण बात यह है कि केदारनाथ धाम 11वां ज्योतिर्लिंग है। इस साल 10 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद यात्रा शुरू हुई थी.
पंजीकरण अनिवार्य है
गौरतलब है कि केदानाथ धाम की यात्रा पर जाने से पहले हर श्रद्धालु के लिए पंजीकरण अनिवार्य है. उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए राज्य में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। प्रदेश की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने 22 मई को अनिवार्य पंजीकरण के लिए एडवाइजरी जारी की थी। फिलहाल हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया है। वहीं श्रद्धालु अब ऑनलाइन पंजीकरण कर चारधाम यात्रा पर जा सकते हैं। सरकार ने तीर्थयात्रियों को पंजीकरण के बाद ही निर्धारित तिथि पर यात्रा के लिए आने की सलाह दी है।
19 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये
गौरतलब है कि 2 जून को 19 हजार से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए पहुंचे थे. उत्तराखंड सरकार के अनुसार, मंदिर में आने वाले भक्तों की कुल संख्या 6,00,000 से अधिक हो गई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2 जून को 12,857 पुरुषों, 6,323 महिलाओं और 304 बच्चों सहित कुल 19,484 तीर्थयात्रियों ने केदारनाथ का दौरा किया।
शीतकाल से पहले चारधाम यात्रा बंद
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम शामिल हैं। आपको बता दें कि यमुना नदी का उद्गम उत्तराखंड के यमुनोत्री ग्लेशियर से होता है। हर साल गर्मियों के दौरान बड़ी संख्या में तीर्थयात्री चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंचते हैं। शीतकाल से पहले चारधाम यात्रा रोक दी जाती है और अक्टूबर में चारधाम के कपाट बंद कर दिये जाते हैं।