ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वर्ष 2025 का पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च, शुक्रवार को लगेगा। यह ग्रहण सिंह राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में होगा। हालांकि, यह ग्रहण भारत में पूर्ण रूप से दिखाई नहीं देगा और इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
लेकिन ग्रहों की चाल के अनुसार, यह चंद्र ग्रहण तीन राशियों के लिए चुनौतियाँ लेकर आएगा। ये राशियाँ हैं: सिंह, मकर, और मीन। आइए जानते हैं कि इन राशियों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा और इनसे बचने के उपाय क्या हैं।
1. सिंह राशि (23 जुलाई – 22 अगस्त)
चंद्र ग्रहण का प्रभाव:
चंद्र ग्रहण सिंह राशि में हो रहा है, इसलिए इसका प्रभाव सबसे अधिक सिंह राशि के जातकों पर पड़ेगा।
- मानसिक तनाव: आप मानसिक रूप से अस्थिर महसूस कर सकते हैं और आत्मविश्वास में कमी हो सकती है।
- पारिवारिक विवाद: परिवार में मतभेद और क्लेश की स्थिति बन सकती है।
- कार्यस्थल की चुनौतियाँ: कामकाज में विरोधी सक्रिय होंगे, जिससे आपकी योजनाओं में बाधाएँ आएंगी।
- सामाजिक गलतफहमियाँ: आपके शब्दों को गलत समझा जा सकता है, जिससे सामाजिक स्तर पर प्रतिष्ठा प्रभावित हो सकती है।
उपाय:
- भगवान शिव की पूजा करें।
- नियमित रूप से “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
- सोमवार के दिन दूध या जल से शिवलिंग का अभिषेक करें।
2. मकर राशि (22 दिसंबर – 19 जनवरी)
चंद्र ग्रहण का प्रभाव:
मकर राशि में यह ग्रहण अष्टम भाव में लगेगा, जो शुभ नहीं माना जाता है।
- स्वास्थ्य समस्याएँ: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट हो सकती है।
- नकारात्मक विचार: मन पर नकारात्मकता हावी हो सकती है और निराशा महसूस हो सकती है।
- करियर में बाधाएँ: कार्यक्षेत्र में नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
- आर्थिक तंगी: खर्चों में बढ़ोतरी और वित्तीय अवरोध का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय:
- महामृत्युंजय मंत्र का श्रद्धा भाव से जाप करें।
- भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा करें और सोमवार का व्रत रखें।
- सात अनाज और काले तिल का दान करें।
3. मीन राशि (19 फरवरी – 20 मार्च)
चंद्र ग्रहण का प्रभाव:
यह चंद्र ग्रहण मीन राशि के षष्ठम भाव में होगा, जो संघर्ष और चुनौतियों का संकेत देता है।
- कार्यक्षेत्र में परेशानियाँ: कामकाज में रुकावटें आ सकती हैं और विरोधी सक्रिय हो सकते हैं।
- व्यक्तिगत जीवन में तनाव: निजी संबंधों में गलतफहमियाँ और विवाद हो सकते हैं।
- स्वास्थ्य चिंताएँ: माता-पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ सकती है।
- आर्थिक संकट: अनावश्यक खर्चों में वृद्धि हो सकती है, जिससे वित्तीय संकट उत्पन्न हो सकता है।
उपाय:
- गरीबों और जरूरतमंदों को सफेद वस्त्र, दूध, चावल, या चीनी का दान करें।
- रोजाना भगवान विष्णु का स्मरण करें और “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
- मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर जाएं और लाल रंग का चोला चढ़ाएं।
चंद्र ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों से बचने के सामान्य उपाय
- शिवजी की पूजा करें: ग्रहण के दौरान और उसके बाद भगवान शिव की पूजा करना विशेष फलदायी होता है।
- दान करें: जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करें।
- ध्यान और प्रार्थना: मानसिक शांति के लिए ध्यान और प्रार्थना करें।
- सकारात्मक सोच अपनाएँ: नकारात्मक विचारों से दूर रहें और सकारात्मकता बनाए रखें।
- सूतक काल के नियमों का पालन: हालांकि सूतक काल मान्य नहीं है, फिर भी ग्रहण के दौरान शुभ कार्यों से बचें।