खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में आईएसकेपी समूह द्वारा आतंकवादी हमला होने की संभावना है। आतंकवादी चैम्पियंस ट्रॉफी देखने आने वाले विदेशी दर्शकों का अपहरण कर फिरौती वसूलने की योजना बना रहे हैं। यह सूचना मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पाकिस्तान में क्रिकेट के दौरान आतंकी हमलों का डर सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती बन गया है।
आईएसकेपी की योजना क्या है?
लगभग तीन दशक के बाद पाकिस्तान में चैम्पियंस ट्रॉफी का आयोजन किया गया है। सुरक्षा कारणों और आतंकवादी हमलों के डर से पाकिस्तान में लंबे समय से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला गया है। लेकिन अब जब चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी पाकिस्तान को सौंप दी गई है, तो सुरक्षा एजेंसियों को एक बार फिर आतंकी हमले का डर सताने लगा है। खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली है कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में आईएसकेपी समूह द्वारा आतंकवादी हमला होने की संभावना है। भारतीय एजेंसियों ने पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों के संबंध में पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों को भी जानकारी उपलब्ध कराई है। इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) मैच देखने आने वाले विदेशी दर्शकों का अपहरण कर सकता है और उनसे जितनी चाहे उतनी फिरौती वसूल सकता है।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों ने इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) से संभावित खतरे के बारे में चेतावनी जारी की है। जिसमें यह आतंकवादी समूह विदेशी दर्शकों का अपहरण करने की योजना बना रहा है। यह आतंकवादी समूह मुख्य रूप से चीनी और अरब नागरिकों को निशाना बना रहा है। इस्लामिक स्टेट की एक क्षेत्रीय शाखा, एक सलाफी जिहादी समूह जो दक्षिण-मध्य एशिया, मुख्यतः अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सक्रिय है। लेकिन अभी तक आतंकवादी हमले के संबंध में कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है। लेकिन हमले की जानकारी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
12 हजार से ज्यादा जवान और पुलिसकर्मी तैनात
यह निश्चित नहीं है कि पाकिस्तान में कब बम फट जाएगा। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि देश में आतंकवाद के साये में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन किया गया है। पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी के मैच लाहौर, रावलपिंडी और कराची में खेले जा रहे हैं। ऐसे में सरकार के आदेश पर चैंपियंस ट्रॉफी की सुरक्षा के लिए 12 हजार से ज्यादा जवानों और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। ताकि क्रिकेट टूर्नामेंट बिना किसी परेशानी और पूरी सुरक्षा के साथ आयोजित किया जा सके।
सेना और पुलिस अलर्ट मोड पर
पाकिस्तान में चैम्पियंस ट्रॉफी के आयोजन को लेकर सेना और पुलिस हाई अलर्ट पर हैं। लंबे समय के बाद पाकिस्तान में इतना बड़ा टूर्नामेंट आयोजित किया गया है। इसी कारण पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस टूर्नामेंट के सफल और सुरक्षित आयोजन को सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है।