श्रीनगर में विवाहिता की मौत का उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने लिया संज्ञान, बोलीं- आरोपित को शीघ्र हिरासत में ले पुलिस

देहरादून, 05 जुलाई (हि.स.)। श्रीनगर में 34 वर्षीय विवाहिता की मौत मामले में मृतका के परिजनों की शिकायत पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने संज्ञान लिया है। आयोग अध्यक्ष ने पुलिस विभाग से कहा है कि आरोपित को शीघ्र हिरासत में लिया जाए तथा सभी साक्ष्यों की गहनता से निष्पक्ष जांच की जाए। मामले में दोषी पाए जाने वाले आरोपितों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।

मृतका के परिजनों ने राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल को बताया कि उनकी पुत्री का विवाह 2012 को पौडी गढ़वाल जनपद के ओडियारी गांव निवासी राजेश कुमार के साथ हुआ था। राजेश बेटी व तीन बच्चों के साथ नागेश्वर गली श्रीनगर में किराए पर रहता है। शादी के कुछ समय बाद से ही वह पुत्री से अक्सर शराब पीकर मारपीट करता था और रुपयों की मांग करता था। शराब पीने के कारण वह कई बार अपनी ड्यूटी पर भी नहीं जाता था। परिवार में पैसों की तंगी रहती थी। वह अक्सर शराब पीने के लिए रीता से पैसे मांगता था। पैसे न देने पर मारपीट करता था। काण्डाखाल में रहने के दौरान भी राजेश ऐसा ही करता था, जिसमें उसके परिवार के लोग भी साथ देते थे। गत 30 जून की रात मेरी तीसरे नंबर की लड़की ने सुनीता से बात करने के लिए राजेश के मोबाइल पर वीडियो कॉल की, पर वीडियो कॉल में मेरी बेटी अचेतावस्था में लेटी दिखाई दे रही थी। इसके बाद अगले दिन एक जुलाई को सुबह श्रीनगर जाने पर पता चला कि मेरी बेटी की मृत्यु हो चुकी है। मृतका का शव श्रीकोट बेस अस्पताल की मोर्चरी में रखा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि बेटी रीता की हत्या उसके पति राजेश ने मारपीट कर कर दी है। परिजनों ने मृतका के गले पर चोट इत्यादि के निशान की फोटो भी दिखाई है।

हर पहलू पर गंभीरता से हो जांच

आयोग अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल को दूरभाष पर शक के आधार पर आरोपित को शीघ्र हिरासत में लेने के निर्देश दिए और कहा कि इस संवेदनशील प्रकरण की जांच में कोई भी पहलू ना छूटे। हर पहलू पर गंभीरता से जांच होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हत्यारोपित के विरुद्ध शीघ्रता से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कार्रवाई की जा रही है। इसमें जांच चल रही है। मृतका का पोस्टमार्टम किया गया है, जिसकी रिपोर्ट के आने का इंतजार है। रिपोर्ट आते ही दोष सिद्ध होने पर आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।