गूगल ने साल 2024 में भारत में सबसे अधिक सर्च किए गए विषयों की सूची जारी की है। इस सूची में सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) भी शामिल है। यह बीमारी भारत और दुनिया भर में महिलाओं के बीच एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। हैरानी की बात यह है कि 2024 में सर्वाइकल कैंसर को टॉप 5 सर्च किए गए शब्दों में जगह मिली। इससे साफ पता चलता है कि इस बीमारी को लेकर लोगों की जागरूकता बढ़ रही है।
क्यों लोगों ने 2024 में सर्वाइकल कैंसर को सबसे ज्यादा सर्च किया?
1. जागरूकता कार्यक्रम और अभियान
सर्वाइकल कैंसर को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए 2024 में कई कार्यक्रम और अभियानों का आयोजन किया गया। 17 नवंबर को सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन दिवस (Cervical Cancer Elimination Day of Action) मनाया गया। इन प्रयासों ने लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया और उन्हें इंटरनेट पर जानकारी खोजने के लिए प्रेरित किया।
2. एचपीवी वैक्सीन में तकनीकी प्रगति
2024 में एचपीवी वैक्सीन (HPV Vaccine) को नई और उन्नत तकनीकों से तैयार किया गया। एचपीवी वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर से बचाव में मददगार है। इस वैक्सीन को लेकर जागरूकता बढ़ने से भी लोगों में इस बीमारी को सर्च करने की रुचि बढ़ी।
3. पूनम पांडे की मौत की अफवाह
2024 में अभिनेत्री और मॉडल पूनम पांडे की मौत की खबर ने लोगों का ध्यान सर्वाइकल कैंसर की ओर खींचा। रिपोर्ट्स के अनुसार, पूनम पांडे की मौत सर्वाइकल कैंसर से हुई थी। हालांकि, कुछ दिनों बाद पूनम पांडे ने खुद सामने आकर बताया कि वे जीवित हैं और उन्होंने यह अफवाह केवल सर्वाइकल कैंसर पर जागरूकता बढ़ाने के लिए फैलाई थी। इस घटना के कारण भी सर्वाइकल कैंसर इंटरनेट पर चर्चा का विषय बना।
क्या है सर्वाइकल कैंसर? (What is Cervical Cancer)
सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा (Cervix) में होने वाला कैंसर है। यह मुख्य रूप से ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) संक्रमण के कारण होता है। यह भारत में महिलाओं में पाया जाने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है।
डरावने आंकड़े (Cervical Cancer Statistics in India)
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 2022 में भारत में 1.27 लाख नए सर्वाइकल कैंसर के मामले सामने आए।
- सर्वाइकल कैंसर के कारण दुनिया भर में होने वाली मौतों में से 25% मामले भारत में होते हैं।
- भारत में सर्वाइकल कैंसर के मामलों की पहचान अक्सर अंतिम स्टेज में होती है, जिससे इलाज में देरी होती है और मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है।
भारत में क्यों बढ़ रहे हैं सर्वाइकल कैंसर के मामले?
- जागरूकता की कमी:
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में इस बीमारी के लक्षण और कारणों के बारे में जानकारी का अभाव है। - स्क्रीनिंग का अभाव:
नियमित स्क्रीनिंग (जांच) से इस बीमारी का समय रहते पता लगाया जा सकता है। लेकिन भारत में महिलाओं के बीच स्क्रीनिंग की आदत कम है। - एचपीवी वैक्सीन की पहुंच:
एचपीवी वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर से बचाव करती है, लेकिन अभी भी इसकी पहुंच सीमित है। - लक्षणों की अनदेखी:
शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना बीमारी को गंभीर बना देता है।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण (Symptoms of Cervical Cancer)
- असामान्य ब्लीडिंग:
पीरियड्स के अलावा या यौन संबंध के बाद ब्लीडिंग होना। - सेक्स के दौरान दर्द:
यौन संबंध बनाते समय दर्द महसूस होना। - वेजाइनल डिस्चार्ज:
असामान्य योनि स्राव होना। - वजन में तेजी से कमी:
बिना किसी कारण के वजन का कम होना। - पेल्विक एरिया में दर्द:
निचले पेट या पेल्विक क्षेत्र में लगातार दर्द होना।
सर्वाइकल कैंसर से बचाव के तरीके (Prevention of Cervical Cancer)
- एचपीवी वैक्सीन:
समय पर एचपीवी वैक्सीन लगवाना सबसे प्रभावी तरीका है। - नियमित स्क्रीनिंग:
पैप स्मीयर टेस्ट और एचपीवी टेस्ट समय-समय पर करवाएं। - स्वच्छता और सुरक्षा:
सुरक्षित यौन संबंध बनाएं और स्वच्छता का ध्यान रखें। - धूम्रपान से बचें:
धूम्रपान से सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ता है। - स्वस्थ आहार:
फलों, हरी सब्जियों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार लें।