मुंबई: मध्य रेलवे में इस साल अप्रैल-अक्टूबर के दौरान आरपीएफ के नन्हे फरिश्ते ऑपरेशन के माध्यम से 831 लापता बच्चों को उनके परिवारों तक पहुंचाया गया।
आरपीएफ को अक्सर मुंबई टर्मिनस या अन्य रेलवे स्टेशनों पर भटके हुए बच्चे मिलते हैं। इनमें से अधिकतर बच्चे ग्रामीण इलाकों से आते हैं, जो मुंबई के आकर्षण से आकर्षित होते हैं या घरेलू विवादों जैसे कारणों से भाग जाते हैं। अप्रैल से अक्टूबर के बीच सात महीनों में मध्य रेलवे आरपीएफ द्वारा कुल 861 बच्चों को बचाया गया और उनके परिवारों तक सुरक्षित पहुंचाया गया। इन बच्चों में 589 लड़के और 272 लड़कियां शामिल हैं। आरपीएफ पाए गए बच्चों की समस्याओं को समझने और उन्हें अपने माता-पिता के पास वापस जाने के लिए तैयार करने के लिए परामर्श देती है।