सेलिना जेटली ने मीडिया को सिखाया पत्रकारिता का पाठ, बच्चों की प्राइवेसी पर उठाया बड़ा सवाल
News India Live, Digital Desk : हम सभी जानते हैं कि सेलिब्रिटीज की जिंदगी एक खुली किताब जैसी होती है। मीडिया की नजरें हमेशा उन पर रहती हैं। लेकिन क्या यह सही है कि माता-पिता की लड़ाई या उनकी समस्याओं के बीच उनके मासूम बच्चों को भी घसीटा जाए? बॉलीवुड एक्ट्रेस सेलिना जेटली (Celina Jaitly) ने इसी मुद्दे पर अपनी आवाज़ उठाई है और मीडिया से एक बहुत ही संजीदा अपील की है।
अगर आप सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं, तो आपको पता होगा कि सेलिना आजकल एक कानूनी लड़ाई (Legal Battle) लड़ रही हैं। उन्होंने एक पाकिस्तानी फिल्म क्रिटिक के खिलाफ मानहानि का मुकदमा कर रखा है, जिसने उनके और दिवंगत एक्टर फिरोज खान के बारे में बेहद आपत्तिजनक बातें कही थीं। यह मामला काफी गंभीर और संवेदनशील है।
सेलिना ने क्यों कहा- "बस करो"?
दिक्कत तब शुरू हुई जब मीडिया हाउस इस कोर्ट केस की खबर दिखाते समय सेलिना की "फैमिली फोटो" इस्तेमाल करने लगे। यानी खबर तो गंदे आरोपों और कानूनी दांव-पेच की है, लेकिन तस्वीर में उनके छोटे-छोटे हंसते हुए बच्चे दिखाई दे रहे हैं।
इस बात से सेलिना का दिल टूट गया। उन्होंने सोशल मीडिया (X/Twitter) पर एक पोस्ट लिखकर मीडिया से विनती की है कि "जब भी मेरी कोर्ट केस या लीगल नोटिस की खबर छापे, तो कृप्या मेरे बच्चों की तस्वीरों का इस्तेमाल न करें।"
एक माँ की चिंता (Why it matters?)
सेलिना का कहना बिल्कुल सही है। उन्होंने लिखा कि उनका केस जिस विषय पर है, वह बड़ों से जुड़ा है और बहुत ही संवेदनशील है। ऐसे मामलों के साथ बच्चों का चेहरा जोड़ना न सिर्फ गलत है, बल्कि खतरनाक भी हो सकता है।
जरा सोचिए, वो बच्चे स्कूल जाते हैं, उनके भी दोस्त हैं। जब उनकी तस्वीरें ऐसी खबरों के साथ वायरल होती हैं, तो उन पर क्या बीतती होगी? सेलिना ने साफ़ कहा कि यह उनकी सुरक्षा और मानसिक शांति (Mental Peace) के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, "मैं एक माँ हूँ और अपने बच्चों की सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है। मेरी लड़ाई मेरी है, उन्हें इसमें शामिल न करें।"
हम सबको क्या समझना चाहिए?
सेलिना की ये अपील हम सबको सोचने पर मजबूर करती है। सिर्फ इसलिए कि वे सेलिब्रिटी हैं, इसका मतलब यह नहीं कि उनके बच्चों की प्राइवेसी का कोई महत्व नहीं है। पत्रकारिता में भी एक सीमा होनी चाहिए।
अच्छी बात यह है कि सेलिना ने यह बात बहुत ही शालीनता और सम्मान के साथ कही है। उन्होंने मीडिया को धन्यवाद भी दिया है जो उनका साथ दे रहे हैं, लेकिन साथ ही एक 'माँ' होने का फर्ज भी निभाया है।
उम्मीद है कि मीडिया और सोशल मीडिया पेज चलाने वाले लोग इस विनती को समझेंगे और भविष्य में ऐसी गलती नहीं करेंगे। सेलिना, हम आपके इस साहस और अपनी फैमिली को प्रोटेक्ट करने के जज्बे को सलाम करते हैं!
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