गोपेश्वर, 27 अप्रैल (हि.स.)। मुख्य विकास अधिकारी चमोली अभिनव शाह ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक ली। जिसमें नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में क्रियान्वित परियोजनाओं, सभी निकायों के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और गंगा एवं इसकी सहायक नदियों को साफ स्वच्छ रखने को लेकर चर्चा की गयी।
मुख्य विकास अधिकारी शाह ने सीवरेज शोधन संयंत्रों के कार्य प्रदर्शन की नियमित निगरानी के लिए जल निगम एवं जल संस्थान को समिति गठित करने के निर्देश दिए, वहीं प्रोजेक्ट मैनेजर पेयजल निगम को अवशेष चारों एसटीपी का सेफ्टी ऑडिट कराते हुए जल संस्थान को हैंडओवर कराने के निर्देश दिए। साथ ही राजकीय निर्माण निगम को मिनी औद्योगिक संस्थान कालेश्वर में निर्मित ईटीपी को शीघ्र चालू कराने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटन विभाग को देवलीबगड राफ्टिंग स्पॉट का प्रचार प्रसार करने तथा 20 से अधिक कक्ष वाले होटलों को चिह्नित कर एसटीपी लगवाने की कार्रवाई कराने को कहा।
उपप्रभागीय वनाधिकारी जुगल किशोर ने बताया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में निर्मित 16 एसटीपी में से 12 एसटीपी जल संस्थान को हस्तगत कर दिए गए हैं। अवशेष चार एसटीपी जिसमें तीन एसटीपी कर्णप्रयाग और एक मारवाड़ी जोशीमठ में कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि नेचुरल लैण्डस्केप मद के अंतर्गत 379 हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न प्रजाति के 3.8 लाख पौध का रोपण किया गया है। थराली कोटगढ़ी तोक और बामणी वन पंचायत में एक-एक गंगा वाटिका का निर्माण किया गया है।
इस अवसर पर जल संस्थान के एसई एसके जैन, एसीएमओ एमएस खाती आदि मौजूद थे।