जयपुर, 7 दिसंबर (हि.स.)। सीबीएसई 2025 से दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को माइग्रेशन सर्टिफिकेट की हार्डकॉपी जारी नहीं करेगा। इसके स्थान पर डिजिटल कॉपी जारी होगी। विद्यार्थियों की सूची (एलओसी) में परीक्षा शुल्क के साथ माइग्रेशन सर्टिफिकेट जारी करने वाला शुल्क भी नहीं लिया जाएगा। सीबीएसई प्रतिवर्ष 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को अंकतालिका के साथ माइग्रेशन सर्टिफिकेट की हार्डकॉपी जारी करता है। पिछले आठ-दस साल में अंकतालिका को डिजी लॉकर में भी भेजा जा रहा है। लेकिन माइग्रेशन की हार्डकॉपी देना जारी है।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज ने बताया कि यूजीसी सभी संस्थानों को पत्र जारी कर चुका है। इसमें कॉलेज-यूनिवर्सिटी के लिए सीबीएसई और अन्य बोर्ड द्वारा जारी मार्कशीट-प्रमाणपत्रों की डिजिटल प्रतियां स्वीकार करने को कहा गया है। इसलिए सीबीएसई ने 2025 की परीक्षा के बाद माइग्रेशन सर्टिफिकेट की हार्ड कॉपी जारी नहीं करने का फैसला किया है।
बोर्ड ने साफ किया है कि कोई तकनीकी दिक्कत अथवा बेहद जरूरी होने पर ही माइग्रेशन की हार्ड कॉपी जारी की जाएगी। इसके लिए विद्यार्थियों को वेबसाइट पर जानकारी अपलोड करनी होगी। इसके बाद डुप्लीकेट एकेडमिक डॉक्यूमेंट सिस्टम के तहत माइग्रेशन सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा।